
[ad_1]
Bihar Politics : उपेंद्र कुशवाहा ने अब नीतीश कुमार के इज्जत दिए जाने वाले बयान पर जवाबी हमला बोल दिया है। कुशवाहा ने कहा कि उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक झुनझुना थमा दिया। इस पद पर वो एक सदस्य तक का मनोनयन नहीं कर सकते।

मुझे झुनझुना थमा दिया गया- उपेंद्र कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कहा कि ‘पार्टी में ऐसा संविधान बनाया गया जिसमें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष केवल नाम का पद है। इस पद पर बोर्ड अध्यक्ष एक सदस्य तक का मनोनयन नहीं कर सकता। ऐसे में इस पद को देकर मुझे झुनझुना थमा दिया गया। मुझे पार्लियामेंट बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया लेकिन मुझे अधिकार नहीं दिया गया। उपेंद्र कुशवाहा कोई सरकारी नौकरी नहीं कर रहा है, उपेंद्र कुशवाहा राजनीति कर रहा है। एमएलसी बनना किसी के लिए सरकारी नौकरी नहीं होती है। मैं अगर केंद्रीय मंत्री पद छोड़ सकता हूं तो MLC का भी पद त्याग सकता हूं।’
नीतीश को अतिपिछड़ों पर भरोसा नहीं- कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रुके। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘अति पिछड़ा समाज के लोगों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भरोसा नहीं है, तो जिस पर भरोसा है उसी एक व्यक्ति को लाकर राज्यसभा की सदस्यता दे दें। इससे उन्हें फायदा होगा। लेकिन एक समय में पार्टी में अति पिछड़ा समाज के लिए जो आकर्षण था, वो अब कम हो रहा है।’
कुशवाहा ने बताया- हिस्से में क्या चाहिए
उपेंद्र कुशवाहा ने बोलते हुए आगे ये भी बताया कि उन्हें हिस्से में क्या चाहिए। कुशवाहा ने कहा कि ‘हिस्से का मतलब मैं आपको बताता हूं। जो हिस्सा कभी लालू जी ने नीतीश जी को नहीं दिया था। 1994 में 12 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में आयोजित एक रैली में नीतीश कुमार ने जिस हिस्सेदारी की बात की थी। जो हिस्सा उन्होंने लालू प्रसाद यादव से मांगा था, वही हिस्सा उपेंद्र कुशवाहा मांग रहा है। बगैर वो हिस्सा लिए मैं नहीं जाउंगा।’
आसपास के शहरों की खबरें
नवभारत टाइम्स न्यूज ऐप: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
[ad_2]
Source link