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दरअसल, शनिवार को बिहार विधान परिषद सभागार में ‘वंचित पसमांदा विमर्श’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के आयोजनकर्ता थे बीजेपी नेता संजय पासवान। इस कार्यक्रम में सभी पार्टियों के विधान पार्षद और विधायक मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुलाम गौस ने उक्त बातें कही। गुलाम गौस ने कहा कि पसमांदा मुसलमान को अलग करने की कोशिश करके मुसलमानों में फूट डालने की कोशिश भी हो सकती है। जेडीयू एमएलसी ने कहा कि मुसलमान बहुत चालाक हैं।
कुछ लोगों की कुर्सी खतरे में है
गुलाम गौस ने आगे कहा कि केंद्र सरकार अभी कुछ की नहीं है, सिर्फ सपने दिखा रही है। अगर सरकार कुछ करना चाहती है, तो सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को लागू करे। जेडीयू एमएलसी ने कहा कि पसमांदा मुसलमान को राजनीतिक और सामाजिक लाभ नहीं मिल रहा है। इस दौरान गुलाम गौस ने कहा कि ना इस्लाम खतरे में है, ना ही हिन्दुत्व। देश भी खतरे में नहीं है। कुछ लोगों की कुर्सी खतरे में हो सकती है।
गुलाम नबी आजाद पर कसा तंज
जेडीयू एमएलसी जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री रहे गुलाम नबी आजाद पर भी जमकर हमला बोला। गुलाम गौस ने कहा कि गुलाम नबी आजाद तो खानदानी गुलाम हैं। इस दौरान गुलाम गौस ने कुछ आपत्तिजनक शब्दों का भी प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद कभी भी मुसलमानों के हित की बात नहीं की। सिर्फ कुर्सी के लिए ऐसे लोग जीते हैं।
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