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किसानों को हो रहा नुकसान
राजद कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस कर सुधाकर सिंह ने बिहार सरकार के खिलाफ प्राइवेट बिल लाने की बात कही। सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के मंडी कानून और कृषि कानून को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में गलत कानून की वजह से सरकार को बड़ा नुकसान हो रहा है। सुधाकर सिंह ने कहा कि हर साल बिहार को डेढ़ लाख करोड़ का नुकसान हो रहा है, दूसरे राज्यों के किसानों को दोगुना फायदा हो रहा है। सुधाकर सिंह ने इस मामले को लेकर विधानसभा के आगामी सत्र में प्राइवेट बिल लाने का ऐलान किया है।
नीतीश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
उन्होंने कहा कि सदन के अंदर 44 साल बाद प्राइवेट बिल लाया जा रहा है। 1978 के बाद पहली बार प्राइवेट बिल लाया जाएगा। सुधाकर सिंह ने महागठबंधन के साथ विरोधी दल के विधायकों से समर्थन करने की अपील की है। सुधाकर सिंह ने कहा कि कृषि उपज और पशुधन विपणन एवं मंडी स्थापना बिल लाया जाएगा। राजद के घोषणा पत्र में भी ये शामिल था, जिसे तत्कालीन मंत्री नरेंद्र सिंह ने हटा दिया था। उन्होंने कहा कि ये विधेयक किसानों को फायदा पहुंचाएगा। नई मंडी कानून बिहार की दशा बदल देगी। इस बिल को लोगों के बीच चर्चा के बाद लाया जाएगा। बिल में हर 10 किलोमीटर पर कृषि मंडी निर्माण की बात कही गई है। इसका संचालन सरकार की ओर से चुने हुए प्रतिनिधि करेंगे।
सुधाकर सिंह ने दिया था इस्तीफा
नीतीश सरकार में मंत्री की शपथ लेते ही सुधाकर सिंह विवादों में घिर गए थे। उनपर नीतीश सरकार ने दो राइस मिल के जरिए सरकार से 5 करोड़ 31 लाख एक हजार 286 रुपये के घोटाले की प्राथमिकी दर्ज थी। राज्य खाद्य निगम की ओर से उन पर केस दर्ज किया गया था। जानकारी के मुताबिक 27 नवंबर 2013 को सुधाकर सिंह पर रामगढ़ थाने में केस दर्ज किया गया था। पूरे मामले में राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक दिनेश प्रसाद सिंह ने सुधाकर सिंह के खिलाफ चावल घोटाले का केस दर्ज करने के लिए दो आवेदन दिया था। आपको बता दें कि घोटाले में फंसे सुधाकर सिंह उन्हीं दो राइस मिलों के मालिक थे। जिनपर गबन का आरोप लगा था। उसके बाद सुधाकर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था और इस बात को लेकर राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह काफी नाराज हुए थे।
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