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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
द्वारा प्रकाशित: कीर्तिवर्धन मिश्र
अपडेट किया गया शनि, 30 अप्रैल 2022 11:11 PM IST
सार
105 करोड़ रूपये की लागत से बने देश के पहले ग्रीनफील्ड ग्रेन आधारित इस इथेनॉल प्लांट की उत्पादन क्षमता 65 हजार लीटर प्रतिदिन है, इसके साथ ही इस प्लांट से प्रतिदिन 27 टन डीडीजीएस यानी एनीमल फीड बनाने के लिए जरूरी पोषक तत्व का उत्पादन बायप्रोडक्ट के रुप में होगा।

सीएम नीतीश कुमार ने पूर्णिया में किया इथेनॉल प्लांट का उद्घाटन।
– फोटो : Amar Ujala
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विस्तार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को दावा किया कि राज्य जल्द ही देश के प्रमुख इथेनॉल उत्पादकों में से एक बन जाएगा। पूर्णिया जिले के परोरा में अनाज से इथनॉल का उत्पादन करने वाले पूरी तरह से एक नए संयंत्र का उद्घाटन करते हुए कुमार ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से राज्य तेजी से औद्योगिक विकास कर रहा है। यह बिहार के लिए एक गर्व का क्षण है क्योंकि राज्य के पहले इथेनॉल संयंत्र का संचालन शनिवार से शुरू हो गया।
उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में राज्य में और अधिक इथनॉल संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। बिहार जल्द ही देश में एक प्रमुख इथनॉल उत्पादक बन जाएगा।’ कुमार ने कहा कि बिहार सरकार 2008-09 से ही अधिक उद्योग, विशेष रूप से इथनॉल इकाइयां स्थापित करने की कोशिश कर रही है, लेकिन केंद्र की तत्कालीन संप्रग सरकार से सहयोग नहीं मिला था। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अब हमें राज्य में और इथनॉल संयंत्र स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है।’
105 करोड़ रूपये की लागत से बने देश के पहले ग्रीनफील्ड ग्रेन आधारित इस इथेनॉल प्लांट की उत्पादन क्षमता 65 हजार लीटर प्रतिदिन है, इसके साथ ही इस प्लांट से प्रतिदिन 27 टन डीडीजीएस यानी एनीमल फीड बनाने के लिए जरूरी पोषक तत्व का उत्पादन बायप्रोडक्ट के रुप में होगा। बिहार इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2021 के तहत पहले चरण में 17 इथेनॉल उत्पादन इकाई स्थापित हो रही हैं जिनमें से चार बनकर तैयार है।
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