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सीएम हंसने लगे
दरअसल, जनता दरबार चल रहा था। इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने एक और ‘नीतीश कुमार’ अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने हंसते हुए पूछा। तुम्हारा भी नाम ‘नीतीश कुमार’ कुमार है। युवक बेगूसराय से आया था। उसने जनता दरबार में मुख्यमंत्री के सामने कहा कि उसका भी नाम ‘नीतीश कुमार’ है। उसने गुहार लगाई कि उसके पिता की मौत हो गई है। उसके पिता मध्य विद्यालय में रसोइया के पद पर कार्यरत थे।
बेगूसराय से ‘नीतीश कुमार’
युवक ने मुख्यमंत्री से कहा कि उसे कोई भी सहायता राशि नहीं मिली है। उसने ये भी बताया कि मुझे नॉमिनी के तौर पर बैंक से भी पैसे नहीं मिले हैं। उसके बाद तुरंत सीएम एक्टिव हुए। उन्होंने तत्काल दरबार में मौजूद संबंधित पदाधिकारी को फोन लगाया। उन्होंने निर्देश दिया कि बेगूसराय से एक लड़का आया है। जिसका नाम है ‘नीतीश कुमार’। आप तुरंत मामले को देखिए और इसकी समस्या का समाधान कीजिए।
भागलपुर से ‘नीतीश कुमार’
उसके बाद भागलपुर से एक फरियादी भी जनता दरबार में पहुंचा। जिसका नाम ‘नीतीश कुमार’ था। मुख्यमंत्री ‘नीतीश कुमार’ दोबारा नाम सुनकर मुस्कुराने लगे। उन्होंने हंसते हुए कहा कि यहां कितने नीतीश कुमार हैं भाई? उसके बाद वहां मौजूद लोग मुस्कुराने लगे।
ज्यादा आए जमीन के मामले
दरबार में सबसे ज्यादा मामले जमीन विवाद से जुड़े थे। बिहार के अलग-अलग जिलों से आए लोग अपनी समस्या लेकर आए थे। इनमें सिवान से आए एक शख्स ने बताया कि दबंगों ने उनके जमीन पर कब्जा कर लिया है। वहां के जो पुलिस अधिकारी हैं वो उनकी बात नहीं सुनते। एक मामला राजधानी पटना का था जहां एक मां अपने बच्चे की गुमशुदगी को लेकर यहां आई थी।
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