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गुमटी के गेटमैन से जब ट्रेन को रोके जाने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला गुजरने वाला है इसलिए आउटर पर ट्रेन को रोका गया है। हालांकि रेलवे की ओर से ट्रेनों को रोके जाने की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। हालांकि सीएम का जब काफिला गुजर रहा था उस समय गुमटी को काफी देर तक खुला रखा गया था और इसका वीडियो भी अब वायरल हो रहा है हालांकि नवभारत टाइम्स.कॉम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, ‘दो पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया गया। यह व्यवधान नहीं तो समाधान है? इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे कि किसके आदेश पर ट्रेन रुकी रही? बच्चे, बूढ़े सभी लोग परेशान थे। वह पिकनिक यात्रा पर आए हैं, समाधान यात्रा पर नहीं। वह समस्या पैदा करने के लिए आए थे।’
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर पहुंचे सीएम नीतीश ने बुधवार को एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाते हुए कहा कि विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो बिहार बहुत आगे बढ़ जाता। नीतीश बुधवार को अपने समाधान यात्रा के दौरान बक्सर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती की पूजा अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री इस दौरान मंदिर परिसर का भ्रमण कर मंदिर प्रांगण स्थित तालाब का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर में श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण एवं विकास का कार्य बेहतर ढंग से कराए जिससे यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को स्नान, पूजा-अर्चना में किसी प्रकार की असुविधा न हो। बाबा बह्मेश्वरनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई में ही इस मंदिर का शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा कि बाबा बह्मेश्वर नाथ की कृपा से ही हमलोग काम कर रहे हैं।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग हमलोगों की काफी पहले से है। यह हो जाता तो बहुत अच्छा होता। उन्होंने कहा कि हमलोग तो विकास का काम कर ही रहे हैं, लेकिन अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो बिहार बहुत आगे बढ़ जाता। रामचरितमानस विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गलत बात है। धार्मिक मामलों में बहस नहीं करनी चाहिए। अपने-अपने धर्मों को मानने के लिए सभी को अधिकार है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा माफी नहीं मांगने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गलत बात है। उनकी पार्टी के लोगों ने ही सभी बातों को कह दिया है।
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