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जेडीयू के विधायकों को बीजेपी का खुला आमंत्रण
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बिहार प्रदेश के अध्यक्ष और बेतिया से लोकसभा सांसद डॉ. संजय जायसवाल की ओर से जेडीयू नेताओं को खुला ऑफर दिया गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वैसे नेता जिन्होंने बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्रीय जनता दल के जंगलराज और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी उनका बीजेपी में स्वागत है। डॉ. संजय जयसवाल ने कहा कि जेडीयू के वैसे नेता बीजेपी में शामिल होते हैं तो उनका सम्मान पूर्वक स्वागत किया जाएगा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार भले ही भ्रष्टाचार और जंगलराज के रचयिता लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के गोद में बैठ गए हैं। लेकिन उनकी पार्टी के कई नेता नीतीश कुमार के इस निर्णय से खुश नहीं है। इसका जीता जागता उदाहरण मोकामा गोपालगंज और कुढ़नी में हुए विधानसभा के उपचुनाव में देखने को मिला है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन उपचुनाव में जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के पक्ष में काम किया और अपने वोटरों से बीजेपी को वोट भी दिलवाया।
नीतीश कुमार अब कभी नहीं जाएंगे बीजेपी के साथ: JDU
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने नवभारत टाइम्स.कॉम से बात करते हुए कहा कि बीजेपी को अब पूछ कौन रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरों पर जंगलराज और भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाने से पहले बीजेपी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद यह कह चुके हैं कि 2024 लोकसभा चुनाव में उनका लक्ष्य केंद्र की सत्ता से बीजेपी को बेदखल करना है। ऐसे में जेडीयू का एनडीए में शामिल होने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि क्योंकि बीजेपी को भी यह पता है कि बगैर नीतीश कुमार वह 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीट पर हारने वाली है। इसलिए बीजेपी की ओर से यह अफवाह फैलाई जा रही है कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
CM Nitish Kumar: नीतीश कुमार का बीजेपी पर अटैक, बताया 2024 चुनाव में जीत का प्लान
जंगलराज तो बीजेपी शासित प्रदेश और केंद्र ने कायम कर रखा है : JDU
जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी को किसी दूसरे दल के सरकार पर उंगली उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उसके बाद जंगलराज के विषय में बात करनी चाहिए। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि जंगलराज का सबसे बड़ा उदाहरण गुजरात में बिलकिस बानो के आरोपियों की रिहाई है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा जंगलराज का उदाहरण क्या हो सकता है कि बिलकिस बानो के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को सरकार ने ना सिर्फ जेल से रिहा करने का काम किया। बल्कि रिहाई के बाद बीजेपी नेताओं ने दुष्कर्मियों का स्वागत माला पहना कर किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कृत्य केवल बीजेपी के नेताओं की ओर से ही किया जा सकता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के उन्नाव की घटना भी जंगलराज का ही उदाहरण है।
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार ने संविधान की धज्जियां उड़ा रखी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जांच एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल कर विरोधियों को डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। जो विरोधी दल केंद्र सरकार के नीतियों का विरोध करते हैं उसे सीबीआई (CBI) ईडी (ED) और अन्य एजेंसियों की ओर से प्रताड़ित किया जाता है या फिर जेल भेज दिया जाता है।
इस शर्त पर हो सकती है JDU की NDA में वापसी : BJP
बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी एक नेचुरल अलायंस है। लेकिन नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा और तुष्टीकरण की राजनीति की वजह से यह गठबंधन टूट चुका है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार के इस निर्णय के बाद जेडीयू के अंदर कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता अब बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। इसके अलावा नीतीश कुमार के कई सहयोगी फिर से एनडीए के साथ गठबंधन करने के पक्ष में है। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वैसे तो अब जेडीयू का NDA में शामिल होना असंभव है। हालांकि एक संभावना यह दिखती है कि नीतीश कुमार के बगैर JDU के नेता अगर NDA में शामिल होना चाहते हैं तो रास्ता बन सकता है। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि हालांकि वर्तमान समय में जेडीयू के कई नेता बीजेपी में शामिल होना चाह रहे हैं। लेकिन बचे हुए नेता अगर नीतीश कुमार के बगैर एनडीए में आते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा।
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