Home Bihar नीतीश और ममता बनर्जी विपक्षी एकता को लेकर करेंगे बड़ा खेल, कांग्रेस की हालत हो सकती है खराब!

नीतीश और ममता बनर्जी विपक्षी एकता को लेकर करेंगे बड़ा खेल, कांग्रेस की हालत हो सकती है खराब!

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नीतीश और ममता बनर्जी विपक्षी एकता को लेकर करेंगे बड़ा खेल, कांग्रेस की हालत हो सकती है खराब!

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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बंगाल की धरती पर पहुंचने वाले हैं। नीतीश कुमार वहां ममता बनर्जी से मिलेंगे। दोनों मुख्यमंत्रियों की मुलाकात को लेकर बड़ी चर्चाओं का दौर शुरू है। ममता बनर्जी के बारे में कहा जाता है कि वो जिस पर एक बार विश्वास कर लें, उसके लिए कुछ भी कर बैठती हैं। उन्होंने शत्रुघ्न सिंन्हा को बिहार से उठाकर बंगाल में स्थापित कर दिया। अब नीतीश की बारी है। सियासी जानकारों के बीच कयास लगाये जा रहे हैं कि विपक्षी दल नीतीश के पक्ष में एका-एक आने लगे हैं। इसका कारण है उनके द्वारा ये घोषणा करना की वे पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं। जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार की छवि एक साफ-सुथरी नेता की तो है हीं। उसके अलावा वे पीएम मोदी की लगातार मुखालफत करते हैं। विरोधियों को एक मौका मिल गया है कि नीतीश जैसे चेहरे को आगे कर गेम खेला जाए।

बंगाल में मुलाकात

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके बिहार समकक्ष नीतीश कुमार के बीच 25 अप्रैल को एक अहम बैठक होने की संभावना है। तृणमूल कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार मंगलवार सुबह कोलकाता आने वाले हैं और उसी शाम दक्षिण कोलकाता में ममता बनर्जी के साथ उनके कालीघाट स्थित आवास पर मुलाकात की पूरी संभावना है। पश्चिम बंगाल कैबिनेट के एक सदस्य ने कहा कि बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता पर बात होगी।

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विपक्षी एकता की कवायद

पिछले कुछ महीनों में, ममता बनर्जी ने 2024 के चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता के मुद्दे पर कई गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी नेताओं के साथ कई बैठकें की हैं। पिछले महीने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कालीघाट में उनसे मुलाकात की थी। बैठक में, दोनों नेताओं ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखने और 2024 के चुनावों में भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय ताकतों की एकता पर फोकस करने पर सहमति व्यक्त की। अखिलेश से मिलने के तुरंत बाद, ममता बनर्जी ओडिशा गईं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ बैठक की। इसके बाद जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने बनर्जी से मुलाकात की थी।

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‘एकता की चर्चा तेज है’

पिछले हफ्ते उन्होंने तमिलनाडु में अपने समकक्ष एम.के. स्टालिन और देश में विपक्ष शासित राज्य में राज्यपालों की भूमिका के खिलाफ विपक्षी ताकतों की एकता पर चर्चा की। हाल के दिनों में, ममता बनर्जी ने अपनी सभी जनसभाओं में इस बात पर जोर दिया है कि अगर विपक्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट हो जाता है, तो भाजपा को हराना संभव है। हालांकि, वह हमेशा इस मुद्दे से बचती रही हैं कि क्या कांग्रेस भी विपक्ष के इस ब्लूप्रिंट का हिस्सा है। पटना में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हम भाजपा के खिलाफ देश के अधिक से अधिक दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी प्रयास करेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हाल में मैंने नयी दिल्ली में कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। मेरा मकसद आम चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करना है।

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नीतीश कुमार ने मुलाकात की बात कही

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई सवालों के जवाब दिये। इस दौरान उन्होंने ममता से मुलाकात के बारे में बोलते हुए कहा कि जब भी मैं उनसे मिलूंगा, आपको सूचित कर दूंगा। मुख्यमंत्री ने ये बात पूरे विश्वास के साथ और गंभीरता के साथ कही। कयास लगाये जा रहे हैं कि अगले सप्ताह यानी मंगलवार को नीतीश कुमार कोलकाता के लिए रवाना हो जाएंगे। आपको बदा दें कि कुमार ने अपने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ हालिया दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी। कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी प्रधानमंत्री पद की महत्वकांक्षा नहीं है।
इनपुट-एजेंसी

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