Home Bihar नवादा में फरार चल रही महिला शिक्षक गिरफ्तार, फर्जी प्रमाण पत्र पर पाई थी नौकरी, निगरानी की जांच में हुआ था खुलासा

नवादा में फरार चल रही महिला शिक्षक गिरफ्तार, फर्जी प्रमाण पत्र पर पाई थी नौकरी, निगरानी की जांच में हुआ था खुलासा

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नवादा में फरार चल रही महिला शिक्षक गिरफ्तार, फर्जी प्रमाण पत्र पर पाई थी नौकरी, निगरानी की जांच में हुआ था खुलासा

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अमन राज, नवादा: फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल एक महिला शिक्षक की गिरफ्तारी हुई है। मेसकौर प्रखंड में कार्यरत शिक्षिका की गिरफ्तारी रविवार को मेसकौर थाना की पुलिस ने सिरदला थाना की पुलिस के सहयोग से की है। शिक्षिका मेसकौर प्रखंड के मध्य विद्यालय पथरा में कार्यरत थीं। शिक्षिका सिरदला थाना क्षेत्र के धिरौंध गांव निवासी सुखदेव मंडल की पुत्री बताई गई हैं। हालांकि गिरफ्तारी ससुराल सिरदला थाना क्षेत्र के मंडल गांव से हुई। रानी कुमारी मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के पथरा मध्य विद्यालय में अगस्त 2010 से कार्यरत थीं। निगरानी विभाग की टीम ने जांच में पाया था कि उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी। इसके बाद 21 नवंबर 2021 को शिक्षिका के खिलाफ मेसकौर थाना में कांड संख्या 549/21 दर्ज कराया गया था। धारा 420, 467,468, 471 ,120 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एफआईआर के बाद से शिक्षिका फरार चल रही थीं।


2021 से फरार थी महिला शिक्षक
मेसकौर थाना अध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि रानी कुमारी को सिरदला थाना क्षेत्र के मंडल गांव से सिरदला थाना के सहयोग से गिरफ्तार किया गया। उक्त महिला पर फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे शिक्षिका के पद पर बहाल होने के आरोप में 2021 में ही प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उसी के आलोक में गिरफ्तारी की गई। जरूरी कार्रवाई के बाद आरोपी महिला शिक्षक को न्यायिक हिरासत में रविवार को ही नवादा भिजवाया गया है।

नवादा: बिजली उपभोक्ता रहें सावधन, बकाया बिल के नाम पर हो सकते हैं फ्रॉड के शिकार
नवादा जिले में एक नया ठग गिरोह सक्रिय हो गया है। इस गिरोह के निशाने पर बिजली उपभोक्ता हैं। खासकर बकायेदार उपभोक्ता को टारगेट किया जा रहा है। ठगी के लिए यह गिरोह सोशल साइट खासकर वाट्सएप का सहारा ले रहा है। ठग गिरोह के सदस्य बिजली उपभोक्ता के वाट्सएप पर मैसेज भेजते हैं। मैसेज में लिखा होता है कि आपके पिछले माह का बिजली बिल का भुगतान अपडेट नहीं है। आज रात को 9:30बजे तक आपकी बिजली काट दी जाएगी। फिर आगे एक मोबाईल नंबर दिया जाता है, जो किसी बिजली विभाग के अधिकारी का बताया जाता है। इस मोबाईल नंबर पर बात करने को कहा जाता है। जाहिर सी बात है कि आगे ब्लैकमेलिंग का काम शरु हो जाता है।

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