Home Bihar देवघर कोर्ट में हुई अमित की हत्या में पटना पुलिस का एएसआई और जवान गिरफ्तार

देवघर कोर्ट में हुई अमित की हत्या में पटना पुलिस का एएसआई और जवान गिरफ्तार

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देवघर कोर्ट में हुई अमित की हत्या में पटना पुलिस का एएसआई और जवान गिरफ्तार

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पटना. झारखंड पुलिस ने पटना के दो पुलिसकर्मियों को हत्या के एक केस में गिरफ्तार कर लिया है. पटना के एसएसपी डॉ मानव जीत सिंह ढिल्लो ने इन दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है.

गिरफ्तार किए गए पटना के दोनों पुलिसकर्मियों में एक एएसआई राम अवतार राम हैं और दूसरा सिपाही ताबिश खान. इन दोनों पुलिसकर्मियों पर अमित सिंह की हत्या में लाइनर की भूमिका निभाने का आरोप है. बता दें कि पटना के कुख्यात अपराधी अमित सिंह उर्फ निशांत की हत्या झारखंड के देवघर कोर्ट में हुई थी. इस हत्याकांड के तीन अन्य आरोपी भी देवघर पुलिस की हिरासत में हैं. इन तीनो को पटना पुलिस के आने पर सौंप दिया जाएगा. अमित की गर्लफ्रेंड और उसके 6 गुर्गों को बॉन्ड भराकर छोड़ दिया गया है.

पटना के एसएसपी डॉ मानव जीत सिंह ढिल्लो ने गिरफ्तार एएसआई और सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी शुरू कर दी है. बाकी तीन सिपाहियों पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सिपाही ताबिश खान के मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड ने अमित सिंह हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में मदद मिली थी. ताबिश खान लगातार बेऊर जेल से जमानत पर छूटे आर्म्स एक्ट के आरोपी सोनू के संपर्क में था. सोनू पटना के ही बिहटा मथुरा का रहने वाला है. पुलिस ने जब सोनू के बारे में मालूम किया तो इस बात की जानकारी मिली कि वे बाप बेटा गिरोह माणिक का गुर्गा है. अमित सिंह की हत्या से 1 दिन पहले जेल में बंद माणिक सिंह का पिता मनोज सिंह देवघर में ही थे. माणिक ने जेल में अमित सिंह की हत्या की साजिश रची थी. पटना पहुंची देवघर पुलिस की टीम मनोज और सोनू की तलाश कर रही है.

अभी तक की जांच में यह बात निकलकर सामने आई है कि अरवल से भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के भाई शंभू शरण शर्मा और गौतम सिंह की हत्या करने के लिए अमित ने ही शूटरों की व्यवस्था की थी. इसके लिए उसने दोहरा हत्याकांड के मुख्य आरोपी और पांडव सेना के सरगना संजय सिंह से 30 लाख रुपये लिए थे. हालांकि उसने पुलिस के एक बड़े अधिकारी को माणिक के बारे में गलत सूचना दी थी और कहा था कि उसने ही विधायक के भाइयों की हत्या करवाई है, ताकि चितरंजन शर्मा और माणिक में फूट पड़ जाए. इसके बाद माणिक के पिता मनोज सिंह ने ऑडियो वायरल कर संजय सिंह से दुश्मनी का दावा किया था. साथ ही वह पता लगा रहा था कि पुलिस को गलत जानकारी किसने दी थी. इस बीच ताबिश खान ने उसे अमित के बारे में जानकारी दी और हत्या की पटकथा बेऊर जेल में लिख दी गई.

टैग: Bihar Jharkhand News, बिहार में अपराध, पुलिस कार्रवाई

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