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भागलपुर43 मिनट पहलेलेखक: मदन
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![सुल्तानगंज में हरिद्वार की तर्ज पर बना नया घाट। श्रावणी मेला शुरू हाेने तक इसका काम पूरा हाे जाएगा। - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/03/02/89_1646179941.jpg)
सुल्तानगंज में हरिद्वार की तर्ज पर बना नया घाट। श्रावणी मेला शुरू हाेने तक इसका काम पूरा हाे जाएगा।
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला दाे साल बाद इस बार लगेगा। श्रद्धाुलओं से कच्ची कांवरिया पथ गुलजार हाेगा। बाेलबम के जयकारे फिर से गूंजेंगे। काेराेना की वजह से बीते दाे साल से सावन में एक माह तक चलनेवाला यह मेला नहीं लग रहा था। देवघर में प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
हालांकि भागलपुर जिला प्रशासन अभी सरकार से दिशा-निर्देश मिलने का इंतजार कर रहा है। सुल्तानगंज में अजगैबीधाम स्थित जहाज घाट पर पर्यटन विभाग ने हरिद्वार की तर्ज पर पक्का घाट बनाया है। इससे कांवरियाें काे जल भरने में काफी सुविधा हाेगी।
श्रावणी मेला-2022 की तैयारी के लिए हाल में ही डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने विभिन्न विभागाें के पदाधिकारियाें के साथ देवघर कलेक्ट्रेट में बैठक की थी। इस दाैरान उन्हाेंने कहा था कि इस बार श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसलिए सभी विभाग सप्ताहभर में एक्शन प्लान तैयार कर लें।
डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने कहा है कि श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से को-ऑर्डिनेशन टीम का गठन करें, ताकि सुल्तानगंज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुगम जलार्पण की व्यवस्था व बासुकीनाथ जाने की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा सके। जाे भी श्रद्धालु बाबाधाम आएं वे सुखद अनुभूति लेकर जाएं। सभी विभाग के अधिकारी अपने विभाग से पत्राचार कर मेले से जुड़े आवंटन मंगा लें।
श्रावणी मेला से पहले ही बाघमारा में बन रहे इंटर स्टेट बस टर्मिनल व प्रसाद योजना के तहत बन रहे आध्यात्मिक भवनों को काम को जल्दी पूरा करें, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालु इसका उपयोग कर सकें। कांवरिया पथ में बालू बिछाव, पेयजल व्यवस्था, शौचालय, इंद्र वर्षा, वरुण वर्षा, विद्युत व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, सूचना केंद्र, साफ-सफाई, स्वास्थ्य व्यवस्था, आवासन, वाहनों के पड़ाव स्थल, ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर की जाने वाली विभिन्न तैयारियों को दुरुस्त कर लें। इसके लिए अब संबंधित विभाग की ओर से कार्ययाेजना बनाई जा रही है।
दुरुस्त की जाएंगी सुविधाएं
स्थानीय अफसरों के मुताबिक इस बार श्रावणी मेला का बजट भी बढ़ने की संभावना है। कारण यह है कि दाे साल आयाेजन नहीं हाेने से कांवरिया पथ की स्थिति ज्यादा खराब हाे रही है। वहां पीएचईडी की ओर से लगे कई चापाकल खराब हाे गए हैं। बिजली के खंभे गिर गए हैं।
सामुदायिक शाैचालय जीर्ण-शीर्ण हाे गए हैं। इस कारण से इन कामाें काे करने के लिए पहले की तुलना में बजट में भी इजाफा होगा।
इस बार सुल्तानगंज से कच्चे कांवरिया पथ में ये बदलाव दिखेंगे
सुल्तानगंज सीढ़ी घाट
जहाज घाट पर हरिद्वार की तर्ज पर 14 करोड़ की लागत से पक्का घाट बनाया जा रहा है। घाट का क्षेत्रफल पहले से बढ़ जाने पर ज्यादा से ज्यादा जगह कांवरियों को मिल पाएगी।
रेन शेल्टर
सुल्तानगंज से 14 किमी दूर जिले की सीमा पर सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय बेलारी के पास असरगंज के मैदान में 5 करोड़ से रेन शेल्टर का निर्माण किया गया है। वहां सभी तरह की सुविधा मिलेगी।
घाेरघट पुल
मुंगेर और घोरघट पुल चालू हो जाने से बड़े वाहनों से कांवरिये सीधे सुल्तानगंज अा सकेंगे। सुल्तानगंज से देवघर तक 94 किमी लंबे कच्ची कांवरिया पथ पर सोलर लाइट की व्यवस्था की जा रही है।
रेल रूट
रेलवे मेला स्पेशल ट्रेन की संख्या और रूट विस्तार की प्लानिंग बना रहा है। कच्चे कांवरिया पथ पर वन प्रमंडल विभाग बांका की ओर से पाैधराेपण किया गया था, जाे अब बड़ा हाे गया है।
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