Home Bihar तो क्या नीतीश कुमार होंगे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार? जानिए क्या कहते हैं उनके करीबी नेता श्रवण कुमार

तो क्या नीतीश कुमार होंगे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार? जानिए क्या कहते हैं उनके करीबी नेता श्रवण कुमार

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तो क्या नीतीश कुमार होंगे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार? जानिए क्या कहते हैं उनके करीबी नेता श्रवण कुमार

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हाइलाइट्स

श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार को मौका मिलता है, तो बहुत अच्छी बात होगी, बहुत प्रसन्नता होगी, बहुत खुशी होगी.
नीतीश जी में प्रधानमंत्री बनने, राष्ट्रपति बनने की सारी काबिलियत है. उनका विजन देश के सर्वोच्च पद के अनुरूप है.

पटना. निर्वाचन आयोग के तरफ से जैसे ही यह घोषणा हुई कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा और 21 जुलाई को मतगणना होगी, वैसे ही बिहार की सियासत अचानक गर्म हो गई. भारत के अगले राष्ट्रपति कौन होंगे – इस सवाल पर बिहार में भी माथापच्ची होने लगी. मामला तब और गर्म हो गया जब जेडीयू में नीतीश कुमार के बेहद करीबी और बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने न्यूज18 से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार की राष्ट्रपति उम्मीदवारी पर बड़ा बयान दे दिया. उनके बयान का एक बड़ा राजनीतिक संकेत है.

श्रवण कुमार से जब पूछा गया भारत का अगला राष्ट्रपति कैसा होना चाहिए, उन्होंने कहा कि भारत का अगला राष्ट्रपति अच्छा होना चाहिए. देश के किसानों और लोगों के हित को सोचनेवाला होना चाहिए. संविधान की रक्षा करनेवाला होना चाहिए. देश की गरिमा बढ़ानेवाला होना चाहिए. सर्वगुण संपन्न होना चाहिए.

‘खुशी की बात, बिहार के शख्स को मौका मिले’

बिहार से राष्ट्रपति बनने और चर्चा में नीतीश कुमार के नाम के होने को लेकर जब श्रवण कुमार से पूछा गया कि क्या आप लोग चाहते हैं कि बिहार से भी कोई राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू बने थे और अगर राजेंद्र बाबू के बाद बिहार को मौका मिलता है, तो बहुत अच्छी बात होगी, बहुत प्रसन्नता होगी, बहुत खुशी होगी. इससे ज्यादा खुशी की बात हमलोगों के लिए और क्या हो सकती है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर किसी बिहार के शख्स को मौका मिले.

‘सभी पद संभाल सकते हैं नीतीश’

श्रवण कुमार से जब पूछा गया कि नीतीश कुमार भी राष्ट्रपति पद के अच्छे उम्मीदवार हो सकते हैं तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने, राष्ट्रपति बनने की सारी काबिलियत है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का जो विजन है, जो सोच है वह देश के सर्वोच्च पद के अनुरूप है. अगर उनको मौका दिया जाएगा तो इन सभी पदों को वे ठीक से चला सकते हैं, सम्भाल सकते हैं और लोगों को भी अच्छा लगेगा. लोग समझते थे की बिहार बदलने वाला नहीं है. लेकिन जब बिगड़े हुए बिहार को बदल कर पटरी पर ला दिया तो देश को अगर आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा, तो कहां पीछे रहेंगे. श्रवण कुमार ने अपनी बात में यह भी जोड़ा कि नीतीश कुमार की कोई चाहत नहीं है. वे किसी पद के दावेदार नहीं हैं, इतनी बात मैं जरूर कह सकता हूं.

‘इस मौके का लाभ हम सबको उठाना चाहिए’

जब श्रवण कुमार से पूछा गया कि नीतीश जी दावेदारी नहीं कर रहे, लेकिन क्या आपलोग चाहते हैं कि वे राष्ट्रपति पद पर पहुंचें, तो उन्होंने कहा कि कौन नहीं चाहेगा, हर कोई चाहेगा. हर बिहारी चाहेगा. अगर किसी बिहारी को मौका मिलता है तो बहुत अच्छा रहेगा. अच्छा अवसर है. अच्छा मौका है. इस मौके का लाभ हम सबको उठाना चाहिए.

‘नीतीश की सोच राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर का’

श्रवण कुमार से नीतीश कुमार की दावेदारी को लेकर जब सीधा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नीतीश जी तो दावेदारी करते नहीं है. दावेदारी की बात कहां है? हमलोग कैसे कह सकते हैं? लेकिन इतना कह सकते हैं कि उनकी सोच है जो, जो उनका विजन है वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.

नीतीश कुमार ने किया था इनकार

बता दें कि कुछ महीने पहले नीतीश कुमार के नाम की चर्चा राष्ट्रपति पद के लिए उठी. चर्चा थी कि नीतीश कुमार विपक्ष के राष्ट्रपति पद के साझे उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन तब नीतीश कुमार ने न्यूज18 पर इसका खंडन किया था. लेकिन अब जैसे ही राष्ट्रपति पद को लेकर चुनाव की घोषणा हुई है, JDU के वरिष्ठ नेता और मंत्री के इस तरह के बयान ने नया सियासी घमासान तो मचा ही दिया है.

टैग: भारत चुनाव आयोग, जदयू नीतीश कुमार, भारत के राष्ट्रपति

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