[ad_1]
टूटे रेलवे ट्रैक की मरम्मत करते रेलकर्मी।
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
जाड़े में रेल पटरियों का चटकना आश्चर्यजनक नहीं है, लेकिन टूटी पटरी से श्रमजीवी एक्सप्रेस समेत दो ट्रेनों का सुरक्षित निकल जाना जरूर सुखद आश्चर्य है। सुखद इसलिए कि एक्सप्रेस गति के बावजूद हादसा नहीं हुआ और जानमाल का नुकसान बच गया। आश्चर्य इसलिए कि ठंड में पटरियों की खास देखभाल का निर्देश होने के बावजूद इस टूट की जानकारी भी आम लोगों ने निकटवर्ती रेल क्रॉसिंग के गेटमैन को दी, तब जाकर मरम्मत का काम शुरू हो सका। रविवार को राजगीर-बख्तियारपुर रेल खंड पर चैनपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास टूटी पटरियों से ट्रेनों के गुजरने की जानकारी से रेल महकमा भी हैरान-परेशान है।
मालगाड़ी नहीं गुजरी, वरना गैप हो जाता बड़ा
ग्रामीणों के अनुसार, उधर से गुजरते कुछ लोगों की नजर टूटी हुई पटरी पर पड़ी तो निकटवर्ती गेटमैन को इसकी सूचना दी गई। रविवार के कारण लोकल ट्रेनों और कई मालगाड़ियों का परिचालन भी बंद था, वरना इस टूट से बना गैप एक्सप्रेस ट्रेन का बड़ा हादसा करा सकता था। रेलवे अधिकारी सुधांशु कुमार निराला ने बताया कि गेटमैन के सूचना के बाद तकनीकी टीम ने स्थल पर पहुंचकर पटरियों को प्लेट से जोड़ दिया। इसे जोड़ने के बाद नियंत्रित गति से दूसरी ट्रेन को इस जुड़े ट्रैक से निकालकर देखा गया और सब ठीक होने के बाद मरम्मत करने वाली टीम लौटी। इस दौरान कोई भी ट्रेन लेट नहीं हुई है।
विस्तार
जाड़े में रेल पटरियों का चटकना आश्चर्यजनक नहीं है, लेकिन टूटी पटरी से श्रमजीवी एक्सप्रेस समेत दो ट्रेनों का सुरक्षित निकल जाना जरूर सुखद आश्चर्य है। सुखद इसलिए कि एक्सप्रेस गति के बावजूद हादसा नहीं हुआ और जानमाल का नुकसान बच गया। आश्चर्य इसलिए कि ठंड में पटरियों की खास देखभाल का निर्देश होने के बावजूद इस टूट की जानकारी भी आम लोगों ने निकटवर्ती रेल क्रॉसिंग के गेटमैन को दी, तब जाकर मरम्मत का काम शुरू हो सका। रविवार को राजगीर-बख्तियारपुर रेल खंड पर चैनपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास टूटी पटरियों से ट्रेनों के गुजरने की जानकारी से रेल महकमा भी हैरान-परेशान है।
[ad_2]
Source link