
[ad_1]
रिपोर्ट: अभिषेक रंजन
मुजफ्फरपुर: आपने ज्यादातर सरकारी स्कूलों की बदहाली की तस्वीर देखी होगी. लेकिन आज हम आपको एक सरकारी स्कूल की ऐसी तस्वीर दिखाने जा रहे हैं, जिसे देखकर आप चौंक जाएंगे. सोच में पड़ जाएंगे कि क्या बिहार के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की व्यवस्था सुधारने की ऐसी पहल की जा रही है?
जी हां…मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड अंतर्गत पासी टोला में ऐसा ही एक प्राथमिक स्कूल है. इस स्कूल की तस्वीर बिल्कुल अलग है. प्राथमिक विद्यालय में लाइब्रेरी, वॉश बेसिन समेत सारी सुविधाएं हैं, जो एक प्राइवेट स्कूल में होती हैं. स्कूल में बच्चे पढ़ाई को इंजॉय करते हैं.
स्कूल को दिया गया रेल के डिब्बे का रूप
प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज पासवान बताते हैं सरकारी विद्यालयों को लेकर लोगों की सोच बदलने के लिए ऐसा किया गया है. इस विद्यालय को रेल के डिब्बे का रूप दिया गया है. इसका नाम ज्ञान गंगा एक्सप्रेस रखा गया है. कहते हैं कि स्कूल में तमाम सुविधाएं हैं, जो किसी प्राइवेट स्कूल में मिलती हैं. टॉयलेट, लाइब्रेरी, स्वच्छ रसोईघर और सुसज्जित क्लास रूम बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. बताते हैं मुजफ्फरपुर का यह विद्यालय एक नजीर लोगों के सामने रखता है.
गले में आई कार्ड लगाकर स्कूल आते हैं बच्चे
प्रधानाध्यापक बताते हैं कि इस स्कूल में तकरीबन 110 बच्चे हैं. सभी बच्चों के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है. साथ ही अनुशासन बड़ा मापदंड है. यहां के बच्चे खाना खाने से पहले बेसिन में हैंड वॉश से हाथ जरूर धोते हैं. प्राइवेट स्कूलों की तरह ही इस प्राथमिक विद्यालय के बच्चे गले में आई कार्ड लगाकर क्लास आते हैं. साथ ही खेलकूद समेत कई ऐसी चीजें हैं, जो इस विद्यालय को औरों से अलग बनाती है.
प्राइवेट स्कूल से नाम कटा कर यहां आए बच्चे
आगे बताया कि स्कूल को ट्रेन के डब्बे की तरह तैयार करने और सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने से बच्चों की संख्या पहले की तुलना में बहुत काफी बढ़ी है. कई बच्चे तो प्राइवेट स्कूल से नाम कटा कर इस स्कूल में एडमिशन ले लिए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार के समाचार, Muzaffarpur news
पहले प्रकाशित : 27 मार्च, 2023, 00:48 IST
[ad_2]
Source link