Home Bihar जिंदा जलाने में झुलसे भाई-बहन की मौत: गर्भ में शिशु की हो चुकी थी मौत; मुख्य आरोपी अब भी फरार, दबिश के कारण दारोगा लाइन हाजिर

जिंदा जलाने में झुलसे भाई-बहन की मौत: गर्भ में शिशु की हो चुकी थी मौत; मुख्य आरोपी अब भी फरार, दबिश के कारण दारोगा लाइन हाजिर

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जिंदा जलाने में झुलसे भाई-बहन की मौत: गर्भ में शिशु की हो चुकी थी मौत; मुख्य आरोपी अब भी फरार, दबिश के कारण दारोगा लाइन हाजिर

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दरभंगा5 घंटे पहले

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घटना के बाद बयान दर्ज करने पहुंची पुलिस। - Dainik Bhaskar

घटना के बाद बयान दर्ज करने पहुंची पुलिस।

दरभंगा में जमीन विवाद में GM रोड पर स्व. श्रीनाथ झा के घर में 10 फरवरी की रात पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई थी। जिसमें स्व. श्रीनाथ झा की गर्भवती बेटी पिंकी के गर्भ में पल रहे 8 महीने के शिशु की उसी दिन मौत हो गई थी। वहीं, पिंकी झा, संजय झा, निक्की झा और पूजा झा झुलस गए थे। मंगलवार की सुबह उक्त कांड में बुरी तरह से झुलसे पिंकी झा और संजय झा की इलाज के दौरान PMCH में मौत हो गई।

पिंकी झा के गर्भ में पल रहे 8 माह के शिशु की मौत घटना के दिन ही हो गई थी। वहीं, घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी शिवकुमार घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस की मिलीभगत की खबरें लगातार चर्चा का विषय बनने के बाद, बढ़ते दबाव को देखते हुए SSP ने प्रभारी नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को लाइन हाजिर किया है।

दरभंगा राज परिवार से है संबंध
स्व. श्रीनाथ झा की पत्नी रीता झा का संबंध दरभंगा राज परिवार से हैं। वे राजकुमार कुमार कपिलेश्वर सिंह की सगी छोटी मौसी हैं। रीता झा और शिव कुमार झा के बीच भूमि विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में है। इसी बीच यह घटना हो गई। पिंकी की बहन निक्की झा के बयान पर FIR दर्ज की गई है। इसमें मधुबनी जिले के लदनिया थाना क्षेत्र के शिवकुमार झा के अलावा 40 अज्ञात पर आरोप लगाया गया। घटना की तफ्तीश में पुलिस की ओर से बरती गई उदासीनता के कारण आस-पड़ोस के लोगों में गुस्सा है।

घटना में एक पुलिस पदाधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध
इस घटना को लेकर स्पेशल ब्रांच की टीम ने पीड़ित पक्षों का बयान लेकर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है। उसमें पुलिस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी की भूमिका को संदिग्ध बताया गया है। पीड़ित परिवार ने बताया कि बुधवार की रात भी हमलावरों ने जेसीबी से घर पर हमला किया था। हथियार आदि भी चमके थे। अगले दिन गुरुवार को रीता झा SSP से मिलने उनके कार्यालय गई। लेकिन, उन्हें नहीं मिलने दिया गया। वहां तैनात एक पुलिस कर्मी ने महिला को आवेदन लेकर नगर थाने भेज दिया। वहां पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

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