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रेलवे स्टेशन पर बेचते थे सोडा
भारत आने पर रियाज की मुलाकात शमशाद से हुई । शमशाद अमृतसर रेलवे स्टेशन पर सोडा बेचने का काम करता था। रियाज ने अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर सोडा बेचने वाले शमशाद को भी अपने साथ मिला लिया। इसके बाद वह और शमशाद, दोनों मिलकर भारतीय सेना की जानकारियां जुटाकर पाकिस्तान भेजने लगे।
15 वर्षों से अमृतसर में रह रहा था शमशाद
जानकारी के अनुसार, शमशाद विगत 15 वर्षों से अमृतसर में रह रहा था। 2 माह पहले वो गांव से आया था। इसके बाद वो वापस अमृतसर चला गया था। शमशाद के पिता पिता एनुल हक उर्फ छोटका मियां मधुबनी के भेजा गांव में रहते हैं और खेती करते हैं। उनका कहना है कि शमशाद बेकसूर है। पुलिस उसे फंसा रही है।
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