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पटना. जातीय जनगणना पर बिहार सरकार (Bihar Government) के फैसले को लेकर जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने शनिवार को प्रदेश भर में आभार यात्रा निकाली. राजधानी पटना (Patna) में जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री लेसी सिंह के नेतृत्व में जेपी गोलंबर से कारगिल चौराहे तक आभार यात्रा (Aabhar Yatra) निकाली. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना सबसे ज्यादा जरूरी है. जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर किया गया फैसला एतिहासिक है, इससे समाज के सभी वर्गों के जरूरतमंदों के लिए योजनाएं बनाई जा सकेंगी.
उन्होंने इसे पूरे देश में कराने की मांग करते हुए कहा कि जातीय जनगणना अगर देश भर में कराई जाती है तो यह अच्छा होगा. वहीं, मंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद जताते हुए कहा कि नीतीश कुमार केंद्र में जब मंत्री थे तभी से इसकी मांग करते रहे हैं. अब जब यह फैसला हुआ है तो जेडीयू के तमाम कार्यकर्ता बिहार भर में आभार जता रहे हैं.
जातीय जनगणना पर श्रेय लेने की मची होड़
जातीय जनगणना को लेकर निकाली गई आभार यात्रा में जेडीयू कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े बजा कर और मिठाइयां बांट कर खुशियां मनाई. उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी कार्यकताओं के साथ कारगिल चौराहे पर केक काट कर जश्न मनाया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया.
हालांकि, जातीय जनगणना को लेकर जेडीयू और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बीच श्रेय लेने की होड़ लगी है. आरजेडी इसे तेजस्वी यादव के प्रयासों का नतीजा बता रही है. पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर लगातार केंद्र और बिहार सरकार पर दबाव बनाया जिसके कारण यह फैसला हो पाया. तेजस्वी यादव के कारण ही सीएम नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली गए. तेजस्वी ने इस मामले पर नीतीश कुमार को टाइमलाइन (अल्टीमेटम) देते हुए फैसला लेने की बात कही थी. जिसके बाद यह फैसला लिया गया.
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प्रथम प्रकाशित : जून 25, 2022, 4:29 अपराह्न IST
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