Home Bihar जांच एजेंसियों को पुख्ता सबूत उपलब्ध कराने में ललन सिंह का ट्रैक रिकॉर्ड सुपर

जांच एजेंसियों को पुख्ता सबूत उपलब्ध कराने में ललन सिंह का ट्रैक रिकॉर्ड सुपर

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जांच एजेंसियों को पुख्ता सबूत उपलब्ध कराने में ललन सिंह का ट्रैक रिकॉर्ड सुपर

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नीलकमल, पटना: क्या जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के द्वारा आईआरसीटीसी मामले में सीबीआई को उपलब्ध कराया जाए कुछ कागजात पुख्ता हैं? क्या जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत लालू यादव के परिवार को सजा दिलाने के लिए काफी है? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि इस तरह का दावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने किया है। दरअसल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कभी भी किसी भी मामले में फर्जी, कमजोर दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए हैं। बल्कि ललन सिंह ने मजबूत तथ्यों पर आधारित इतने पुख्ता सबूत जांच एजेंसी को उपलब्ध कराया है कि आज तक कोई बचकर निकल नहीं पाया है। सुशील मोदी ने कहा कि चारा घोटाला हो या आईआरसीटीसी (IRCTC) घोटाला, हर घोटाले के सबूत के पीछे ललन सिंह का हाथ है। इन्हीं के कागजातों के आधार पर लालू प्रसाद को चारा घोटाला के 4 मामलों में सजा हो चुकी है। सुशील मोदी ने यह भी खुलासा किया कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह केवल पुख्ता सबूत ही नहीं बल्कि मुकदमे के हर पल-पल की स्वयं मॉनिटरिंग भी करते हैं। इसलिए लालू यादव मीडिया के सामने दहाड़ते हैं और सीबीआई के सामने बिल्ली बन जाते हैं।

नौकरी के बदले जमीन मामले में भी सॉलिड एविडेंस ललन सिंह ने दिए

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले जमीन घोटाले जिसमें पिछले दिनों तेजस्वी यादव और लालू परिवार से पूछताछ हुई। उसके भी सारे कागजात 2008 में ललन सिंह और दिवंगत शरद यादव ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिया था। लेकिन केंद्र में आरजेडी के समर्थन से यूपीए की सरकार चल रही थी। इसलिए प्रधानमंत्री सचिवालय से कागज गायब करा दिए गए थे। सुशील मोदी ने बताया कि 2014 में एनडीए की सरकार बनने के बाद कागजात फिर से जांच एजेंसियों को उपलब्ध कराया गया। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि इस मामले में कभी मुकदमा बंद ही नहीं हुआ था। इस घोटाले की जांच अगस्त में महागठबंधन की सरकार बनने के एक साल पहले ही शुरू हो गई थी।

मीडिया पर दहाड़ते हैं और CBI के सामने बिल्ली बन जाते हैं लालू

सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह अपने द्वारा दिए गए पुख्ता सबूत की वजह से परिणाम का पूरा अंदेशा है। चूकि कागज उन्हीं के दिए हुए हैं और लालू के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं इसलिए फिलहाल डरे हुए हैं। सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह भी जानते हैं कि कागज कभी मरते नहीं हैं। संचिका कभी बंद नहीं होती है। सुशील मोदी ने यह भी बताया कि भागलपुर दंगे में एक दोषमुक्त किए जा चुके आरोपी कामेश्वर यादव को 15 वर्षों के बाद ललन सिंह के प्रयास से मुकदमा खोलकर नीतीश सरकार में सजा दिलाई गई थी। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू परिवार मीडिया के सामने दहाड़ते हैं और सीबीआई के सामने भीगी बिल्ली बन जाते हैं। झुकने या लड़ने का प्रश्न नहीं है बल्कि पुख्ता सबूत होंगे तो कोई बच नहीं सकता। आखिर लालू प्रसाद झुकें या ना झुकें, चार मामलों में सजायाफ्ता हो चुके हैं।

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