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जहानाबाद27 मिनट पहले
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पुल की ढलाई के साथ गिरी सेंट्रिंग।
जहानाबाद में शकुराबाद-सेरथुआ सड़क पर मांदिल गांव के समीप एक पईन में पचास लाख की लागत से निर्माणाधीन एक महत्वपूर्ण पुल ढलाई के कुछ ही घंटों के बाद भरभराकर जमीन पर गिर गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक दिन पहले ही इस पुल की ढलाई हुई थी। लेकिन शाम में ढाला गया पुल सुबह में ही धराशायी हो गया।
आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि पईन पर एक पुल की लंबे अरसे से जरूरत थी। बड़ी शिद्दत के बाद उक्त पुल का निर्माण हो रहा था। पटना के एमटेक नामक कंपनी के द्वारा पुल निर्माण का काम लगभग डेढ़ महीने से चल रहा था। दोनों किनारे पुल का पीलर खड़ा करने के बाद शनिवार को ढलाई किया गया था। दोनों स्पैन को मिलाने के लिए विधिवत सेंट्रिंग लगाई गई थी। शनिवार को ढलाई का काम शुरू किया लेकिन शाम तक ढलाई का काम पूरा नहीं किया जा सका।
मौके पर काम कर रहे मजदूर वहां से बचकर निकलने में कामयाब रहे।
इसके बाद रविवार की सुबह शेष बचे ढलाई के लिए मौके पर मजदूर भी पहुंच चुके थे। जैसे ही शुरूआत हुई तो कुछ कंक्रीट डालते ही अचानक पुल की ढलाई का पूरा हिस्सा भरभरा कर जमीन पर धड़ाम हो गया। गनीमन रही कि मौके पर काम कर रहे मजदूर वहां से बचकर निकलने में कामयाब रहे। पुल गिरने के बाद वहां काम कर रहे मजदूर व मिस्त्री सहित मुंशी सभी भाग खड़े हुए।
अब विभागीय अधिकारी व ठेकेदार पर उठ रहे गंभीर सवाल
आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि लगभग डेढ़ महीने से काम चल रहा है, लेकिन मौके पर मॉनिटरिंग करते विभागीय अधिकारी नहीं दिखे। ठेकेदार का मुंशी अपने हिसाब से निर्माण का काम करा रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता की वजह से ही ऐसा हादसा हुआ है।
जानकारों का मानना है कि सेंट्रिंग के दौरान जरूरी मानकों व बातों का खयाल नहीं रखे जाने से नवनिर्मित पुल अचानक ध्वस्त हो गया। अब इलाके के लोगों को आवागमन के लिए कुछ दिन और पास में बने डायवर्सन का ही सहारा लेना पड़ेगा।
इधर पीडब्ल्यूडी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर इम्तयाज आलम ने बताया कि बारिश की वजह से मिट्टी गीली होने के कारण सेंट्रिंग के खंभों के नीचे की जमीन धंस गई। इस कारण पुल की ढलाई गिर गई। शीघ्र ही उसे फिर से निर्माण कराया जाएगा।
मामले में जिलाधिकारी हिमांशु कुमार राय ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर इसके लिए दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निर्माण कार्य में किसी प्रकार की गुणवत्ता में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वैसे जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर किस कारण से पुल की ढलाई नीचे गिर गई। घटना के बाद मामले की जांच के लिए अधिकारियों की एक टीम को शीघ्र जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है।
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