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सार
जहरीली शराब पीने से 74 मौतें सामने आ चुकी हैं यहां। इसके अलावा सीवान और बेगूसराय में भी जहरीली शराब से मौतें सामने आई हैं। मुख्यमंत्री साफ कह रहे, दुहरा रहे कि शराब पीकर मरना है तो मरो। अब सारण में चुनावी पार्टी में शराब से मौतें हुई हैं।
कथित चुनावी रैली के बाद शराब पीने से मौत पर विलाप करते परिजन।
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
सारण सुर्खियों में है। जहरीली शराब पीने से 74 मौतें सामने आ चुकी हैं यहां। इसके अलावा सीवान और बेगूसराय में भी जहरीली शराब से मौतें सामने आई हैं। मुख्यमंत्री साफ कह रहे, दुहरा रहे कि शराब पीकर मरना है तो मरो। और, लोग मरे जा रहे है। ताजा मामला भी सारण का ही है। यहां नगर निकाय चुनाव के एक प्रत्याशी की रैली के बाद कथित तौर पर भोज दिया गया था और उसी में शराब बांटी गई थी। शुक्रवार को शराब पीने वाले दो लोगों की शनिवार को मौत हो गई।
भोज से शराब पीकर लौटे, डर से सदर अस्पताल नहीं गए
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, परसा नगर पंचायत वार्ड नंबर 10 के रहने वाले 54 साल के दामोदर राय और 30 साल के मंटू राय की शनिवार को शराब के कारण मौत हुई है। मृतक के परिजनों ने अनुसार, प्रस्तावित नगर निकाय चुनाव को लेकर एक प्रत्याशी के पति जय लाल राय ने रैली निकाली थी। इस रैली में हिस्सा लेने के लिए लोगों को जुटाया गया था। प्रत्याशी के रिश्तेदार शंभू राय के कहने पर शुक्रवार को दोनों रैली में शामिल हुए। इसके बाद शाम में भोज का भी आयोजन था। भोज से दोनों शराब पीकर लौटे। घर पहुंचने के कुछ ही देर बाद दामोदर और मंटू की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन शराब के केस में फंसने के कारण सदर अस्पताल नहीं गए और पास के ही एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज शुरू करा दिया।
इतनी मौतों के बाद अब निकाय चुनाव में भी शराब का खेल
इलाज के बाद भी हालत सुधरी नहीं, बल्कि बिगड़ती चली गई। शनिवार की सुबह एक-एक कर दोनों की मौत हो गई। मौत के बाद दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर, जिला प्रशासन के लिए भी नई मुसीबत सामने आ गई है कि इतनी मौतों की खबरों के बावजूद निकाय चुनाव के दौरान शराब पीने और पिलाने का खेल चल रहा है। ताजा मामले की जानकारी के बाद पुलिस यहां भी पूछताछ कर रही है और आरोप है कि शराब का केस नहीं बनाने के लिए समझाया जा रहा है।
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