[ad_1]
झारखंड के इसी कार्यक्रम में सबसे दाएं खड़े जदयू नेता ने दिया था विवादित बयान।
– फोटो : Social Media
विस्तार
राष्ट्रीय जनता दल कोटे से शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवाद खड़ा किया तो जदयू को बोलने में समय लगा, लेकिन जब धार्मिक विवाद वाला बयान जदयू नेता की ओर से आया तो उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने तत्काल जवाब दे डाला। जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व MLC गुलाम रसूल बलियावी ने झारखंड के हजारीबाग में एक सभा के दौरान कहा था कि “मुझे जितनी गालियां देनी है दे दो, लेकिन अगर मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे तो उनकी इज्जत के लिए शहरों को हम कर्बला बना देंगे।” उनके इस बयान पर लोगों ने साथ दिया- “कोई रियायत नहीं होगी।” इसके बाद भी वह नहीं रुके, बोलने लगे कि “एक बार नवी के नाम के झंडे लेकर निकलो और बता दो कि हम राख हुए हैं, मगर आग बुझी नहीं।” तेजस्वी शनिवार को इन बयानों पर सीधी प्रतिक्रिया दी- “कट्टरपंथ नहीं चलेगा।”
सुधाकर को नोटिस के बाद पहली बार जगदानंद से मिले तेजस्वी
तेजस्वी ने शनिवार को राजद दफ्तर में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात भी की और पार्टी के विभिन्न मुद्दों पर बात भी। प्रदेश अध्यक्ष के बेटे और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी होने के बाद यह तेजस्वी और जगदानंद सिंह के बीच पहली मुलाकात थी। सुधाकर सिंह के मुद्दे पर तेजस्वी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन जब बलियावी के बयान पर बात करने की कोशिश की गई तो एक लाइन में जवाब दिया कि कट्टरपंथ नहीं चलेगा। कट्टरपंथ को लेकर राजद के इस बयान के बाद जदयू असहज तो है, लेकिन वह गुलाम रसूल बलियावी के साथ भी खड़ा नहीं हो रहा है और न तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहा है।
[ad_2]
Source link