[ad_1]
लालू यादव को कुर्सी के साथ मिला था चार्टर प्लेन
मार्च 1990 में लालू यादव को सिर्फ बिहार की कुर्सी ही नहीं मिली थी, बल्कि एक हेलीकॉप्टर भी मिला था। इसी का जिक्र लालू यादव अपने भाषणों में करते थे। बड़े ही चटखारे लेकर और हेलीकॉप्टर की ओर इशारा करके लालू यादव मंच से कहते थे कि ‘ई उड़न खटोला डॉक्टर साहेब (जगन्नाथ मिश्र) खरीदले रहन, अब हम चढ़ तानी। पहिले भईंस के सींग पकड़ के चढ़त रहीं, अब ई उड़न खटोला पर चढ़त बानी। अब रानी के पेट से राजा नहीं जनमता है। अब राज मिलता है आपके वोट से।’
जगन्नाथ मिश्रा का चार्टर प्लेन लालू का ‘उड़न खटोला’
शुरुआती दिनों में लालू यादव कुछ चीज बताना नहीं भूलते थे। मसलन- चपरासी का भाई…गांव में दही बेचनेवाली मरछिया देवी का बेटा…। इसके अलावे भी कई किस्सा-कहानियां लोगों को सुनाते थे। उसी में वो हेलीकॉप्टर को जोड़ लेते थे, जिसे लालू यादव उड़न खटोला कहा करते थे। दरअसल, इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है। जगन्नाथ मिश्रा ने बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए सरकार के लिए हेलीकॉप्टर खरीदा था। इत्तेफाक से जब इसकी पटना एयरपोर्ट पर डिलीवरी हुई, उसके अगले दिन ही जगन्नाथ मिश्रा की सीएम कुर्सी चली गई। उसके बाद लालू यादव ने बिहार की गद्दी संभाली और उन्हें जगन्नाथ मिश्रा के खरीदे हेलीकॉप्टर में उड़ान भरने का मौका मिला।
अब नीतीश कुमार खरीद से जेट विमान और हेलिकॉप्टर
अब नीतीश सरकार ने एक जेट विमान और एक हेलिकॉप्टर की खरीद को इजाजत दे दी है। कैबिनेट की बैठक में खरीदने के फैसले पर मुहर लगी। इस विमान की खरीद में कितना खर्च आएगा, इसको लेकर एक कमेटी का गठन किया जाएगा। सीएम नीतीश कुमार 12 सीटों वाले प्लेन में बैठकर अपनी आगे की यात्रा को पूरा करेंगे। मतलब 2023 में अब जेट इंजन का 10 प्लस 2 सीटर विमान खरीदने की योजना पर मुहर लग चुकी है। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनाई गई है। इस कमेटी में वित्त विभाग, उद्योग विभाग, कैबिनेट विभाग के अधिकारी सदस्य हैं। दरअसल, बिहार सरकार के पास फिलहाल कोई अपना विमान सेवा नहीं है, इस वजह से उन्हें किराए पर प्लेन मंगवाने पड़ते हैं।
[ad_2]
Source link