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पटना. बाबा चौहरमल राष्ट्रीय कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद ब्रह्मदेव आनंद पासवान (Brahmdev Anand Paswan) ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान का डीएनए (DNA) बिहार की दुसाध जाति से मेल नहीं खाता है. चिराग पासवान अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए पासवान जाति को गुमराह कर रहे हैं पर उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे, उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि खुद को पासवान समाज का नेता बताने वाले चिराग पासवान किसी दुसाधिन की कोख से पैदा नहीं हुए हैं इसलिए पासवान समाज से जुड़े लोगों के दुःख दर्द और उनकी समस्याओं को कभी समझ नहीं सकते. ऐसी स्थिति में उन्हें अपना नेता बनाकर दुसाध समाज के लोग अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने की भूल कभी नहीं करेंगे.
ब्रह्मदेव आनंद पासवान ने कहा कि चुनावी मौसम में भले ही तमाम राजनीतिक दलों के नेता दुसाध जाति के उत्थान के बड़े-बड़े दावे करते रहे हैं. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि बिहार में पासवान जाति के लोग आज भी उपेक्षित और हाशिये पर हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में आबादी के अनुरूप पासवान समाज के लोगों की भागीदारी नहीं हो सकी है. सरकार, समाज और दुसाध जाति के समक्ष (सामने) यह एक गंभीर मसला है. बिहार में लगभग छह प्रतिशत पासवान (दुसाध) मतदाता हैं और लोक जनशक्ति पार्टी के गठन के वक्त से ही वो इसके प्रति वफादार रहें. रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग एंड फैमिली अपनी राजनीतिक स्वार्थपूर्ति के लिए पासवान वोटरों को गुमराह करने में जुटी है जो अब असंभव है.
पूर्व सांसद ने एलजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि इस पार्टी का गठन परिवारवाद की बुनियाद पर हुई थी. उन्होंने कहा कि एलजेपी पर कब्जे की लड़ाई में चाचा-भतीजा आपस में उलझे हुए हैं. उन्हें पासवान समाज के उत्थान से कोई सरोकार नहीं है. पासवान समाज का भरोसा अब इस परिवाररूपी पार्टी से टूट चुका है. आगामी चुनाव में पासवान समाज के लोग गुमराह करनेवाले नेताओं को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं.
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पहले प्रकाशित : मई 18, 2022, 21:16 IST
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