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अधिवक्ता के खिलाफ आक्रोश
आपको बता दें कि 4 जनवरी को चाणक्य लॉ कॉलेज की छात्राओं ने अपने साथी छात्रा से छेड़छाड़ और रेप की कोशिश मामले में अधिवक्ता निरंजन कुमार को सजा दिलाने और साथी छात्रा को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर जोरदार प्रदर्शन किया था। पटना हाईकोट की महिला वकील भी पीड़ित छात्रा के पक्ष में आ खड़ी हुई थी। वकीलों का एसोसिएशन भी पीड़ित छात्रा के पक्ष में थे। ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल ने मामले पर स्वत: संज्ञान लिया। इस बाबत मंगलवार को चीफ जस्टिस की बेंच में मामले की सुनवाई हुई और अधिवक्ता निरंजन कुमार सिंह को नोटिस जारी किया गया।
क्या है पूरा मामला
चाणक्य लॉ कॉलेज की सेकंड सेमेस्टर की छात्रा ने 23 दिसंबर 2022 को शास्त्रीनगर थाने में अधिवक्ता निरंजन कुमार के खिलाफ पश्चिमी पटेल नगर स्थित अपने दफ्तर बुलाकर छेड़छाड़ और रेप करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए थाने में लिखित आवेदन दी थी। हालांकि, इस मामले में निरंजन कुमार को अगले दिन कोर्ट ने बेल दे दिया था। जिसके बाद छात्राओं ने काफी आक्रोश था और वे सभी अधिवक्ता निरंजन को सजा दिलाने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे
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