[ad_1]
भागलपुर में गंगा में बहता पत्थर मिला तो लाकर बाल्टी में रखा है लोगों ने।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पटना के महावीर मंदिर में एक तैरता पत्थर है। कहा जाता है कि यह पत्थर श्रीराम सेतु का है। अब एक पत्थर गंगा में तैरता भागलपुर में मिला है। यह पत्थर बच्चों ने पटक-पटक कर तोड़ भी दिया, लेकिन फिर भी हथेली बराबर का टुकड़ा पानी में तैर रहा। इसपर राम लिखा है। पहले से लिखा था या किसी ने आज लिखा, यह कोई नहीं बता रहा। मगर, भागलपुर में आदमपुर में धोबी घाट पर घास काटने जा रहे एक शख्स को मिले इस पत्थर की जानकारी कुछ ही घंटे में बहुत दूर तक फैल गई है। लोग इसे आस्था से जोड़कर देख रहे हैं। इसकी वैज्ञानिक पुष्टि अभी नहीं हुई है, इसलिए ‘अमर उजाला’ अपने स्तर से इसे सिर्फ जानकारी के तौर पर सामने ला रहा है।
दावा है कि इसपर राम नाम लिखा था पहले से
यूं तो रामयुग के समय पानी में तैरते पत्थर की बात सभी ने सुनी है, लेकिन भागलपुर में राम नाम का पत्थर मिलना फिलहाल चर्चा का विषय बना हुआ है। खंजरपुर निवासी विजय कुमार पासवान अपने आठ वर्षीय बेटे ब्रिगेडियर पासवान के साथ गाय का चारा लाने के लिए धोबी घाट पार कर दियारा जा रहा था। इसी दौरान दोनों ने धोबी घाट के पास तैरता हुआ एक पत्थर देखा। करीब पहुंचकर जब बच्चे ने पत्थर को उठाया तो वह बहुत हल्का था। दावा है कि उसी समय इसमें राम नाम लिखा था। बच्चे ने बाकी बच्चों के साथ खेलने के क्रम में उसे पटक-पटक कर तोड़ भी दिया। एक टुकड़ा पत्थर लेकर जब वह घर पहुंचा तो उसे देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों के बीच कई तरह की चर्चाएं हैं।
वैज्ञानिक पुष्टि नहीं, पूजा-पाठ शुरू कर चुके लोग
लोग इसे श्रीराम सेतु का पत्थर बताकर पूजा-पाठ भी करने लगे हैं, हालांकि अभी इसकी जांच को लेकर आर्कियोलॉजी या सरकारी विभाग से कोई टीम नहीं पहुंची है। कुछ लड़कों ने इंटरनेट के माध्यम से जानकारी जुटाकर कहा कि यह स्पंज के समान बहुत अधिक छिद्रोँ वाला खुरदरा पत्थर है, जिसमें हवा भरी रहती है। घनत्व पानी से कम होने के कारण यह तैरता है। लोगों ने पत्थर पर लिखे श्रीराम को देखते हुए पत्थर की पूजा-अर्चना करनी भी शुरू कर दी है। भागलपुर का अनोखा पत्थर मिलने के बाद इसकी चर्चा तेज हो गई है। आसपास के लोगों में काफी खुशी भी देखने को मिल रही है। लोग इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं।
[ad_2]
Source link