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डीएसपी एजाज हाफिज मनी और ऑटो पर रस्सी से बंधा शव
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
सहरसा पुलिस लावारिस शव के लिए एक अदद एंबुलेंस तक की व्यवस्था नहीं कर पाई थी। एंबुलेंस तो दूर की बात, उसे जिस ऑटो में भेजा गया, उस ऑटो के पीछे शव को रख रस्सी के सहारे बांधकर पोस्टमार्टम के लिए भेज अपने कर्तव्य से छुटकारा पा ली थी। पुलिस का यह चेहरा सोनवर्षा कचहरी ओपी से सामने आया था।
पुलिस की इस संवेदनहीनता को लेकर अमर उजाला ने ‘सहरसा में मानवता शर्मसार, पुलिस ने लावारिस शव को रस्सी से बांधकर पहुंचाया सदर अस्पताल’ प्रमुखता से इस खबर को प्रसारित की थी। खबर प्रसारित होने के बाद मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधिकारी हरकत में आए और दोषियों को खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
ये है पूरा मामला…
दरअसल, छह फरवरी को परमिनिया गांव में गेहूं के खेत में एक बुजुर्ग का लावारिस शव बरामद हुआ था, जिसके बाद सोनवर्षा कचहरी ओपी पुलिस को जानकारी दी गई। सोनवर्षा कचहरी की पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर ऑटो में रस्सी से बांधकर तकरीबन छह किलोमीटर तक सदर अस्पताल लाई। खबर प्रसारित होने के बाद से पुलिस की संवेदनहीनता पर सवाल उठना लाजमी था। अब जब इस मामले की जानकारी हेड क्वॉर्टर डीएसपी एजाज हाफिज मनी को हुई तो मामले में जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
क्या कहा डीएसपी ने…
मामले को लेकर डीएसपी एजाज हाफिज मनी ने कहा, घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मंगलवार को संज्ञान में आई है, मामले में जांच की जा रही है। वैसे सोनबर्षा कचहरी ओपी प्रभारी ने बताया, नियमाकुल अज्ञात शव को आटो से भेजा गया था और चौकीदार भी साथ में था। डीएसपी ने बताया, जिन पुलिसकर्मियों की ओर से इस तरह का काम किया गया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
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