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Bihar Nagar Nikay Chunav 2022: बिहार निकाय चुनाव लेकर जेडीयू और बीजेपी में बयानों का वार पलटवार जारी है। एक तरफ जहां सुशील कुमार मोदी के लगातार किए जा रहे वार के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उन्हें छपास का रोगी बताया। वहीं सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह ने कोर्ट का आदेश दिखा कर कई सवाल दाग दिए।
हाइलाइट्स
- बिहार निकाय चुनाव पर फिर संकट के बादल
- सुशील मोदी ने ललन सिंह को SC का सुधारा आदेश दिखाया
- सुशील मोदी ने ललन सिंह को दिया छपास का जवाब
- क्या फिर टलेंगे बिहार नगर निकाय चुनाव 2022?
ललन जी देख लीजिए, किसे छपास की बीमारी- सुशील मोदी
सुशील मोदी ने ललन सिंह को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पैरा 4 को देखिए, आपकी गलतफहमी दूर हो जाएगी। सुशील मोदी ने कहा कि देखिए इसमें Extremely Backward है कि नहीं ? उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 नवंबर के आदेश में सुधार कर लिया है। सुशील मोदी ने ललन सिंह से यह भी पूछा कि अब सरकार क्या करेगी ? EBC कमीशन की रिपोर्ट का क्या होगा ? सुशील मोदी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 नवंबर के आदेश में संशोधन कर Economically को Extremely Backward कर दिया है। सुशील मोदी ने ललन सिंह से पूछा कि क्या अब सरकार EBC कमीशन को वापस लेगी ?
सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को ही बताया था
सुशील कुमार मोदी ने बुधवार की सुबह ट्वीट कर यह जानकारी दी थी कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 नवंबर को बिहार सरकार द्वारा डेडीकेटेड कमीशन पर रोक लगा दी है। अब नीतीश कुमार की जिद की वजह से बिहार का निकाय चुनाव कानूनी दांवपेच में फंस गया है। उन्होंने ‘टाइपो’ का जिक्र करते हुए कहा था कि अदालत के आदेश में गलती से Extremely Backward की जगह Economically Backward लिख दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी दिखाते हुए चुनाव की घोषणा कर दी। इसलिए एक बार फिर नीतीश सरकार की फजीहत होनी तय है।
ललन सिंह ने सुशील कुमार मोदी को बताया था छपास का रोगी
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बुधवार को कहा था कि सुशील कुमार मोदी छपास रोग से बुरी तरह ग्रसित हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बिहार में निकाय चुनाव की तारीख की घोषणा करने के बाद ललन सिंह ने सुशील कुमार मोदी पर हमला बोला था । ललन सिंह ने सुशील कुमार मोदी को कहा था कि आप माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आदेश भी नहीं पढ़ते हैं। उन्होंने सुशील कुमार मोदी को कहा कि आप आदेश का कंडिका 4 पढ़ लें। ललन सिंह ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने अति पिछड़े वर्ग के आयोग के गठन पर रोक नहीं लगाई है बल्कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के समर्पित आयोग के गठन पर रोक लगाई है। अब गुरुवार को सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह पर पलटवार करते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी के साथ यह कहा कि छपास का रोगी कौन है अब यह बताने की जरूरत नहीं है।
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