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‘शहाबुद्दीन को दरकिनार करना महंगा पड़ा’
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कुढनी की हार को महागठबंधन के लिए चेतावनी बताया है। दानिश रिज़वान का कहना है कि कुढनी चुनाव के समय शहाबुद्दीन साहब के परिवार को दरकिनार करना हमें महंगा पडा है। जिससे हमारे कोर वोटर में मायूसी और बिखराव साफ तौर पर देखने को मिला। हम प्रवक्ता ने कहा कि इस हार से महागठबंधन को सीख लेने जरूरत है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता ने कहा कि अगर हम अब भी अभी नहीं चेतें तो परिणाम और भी खराब होंगें। उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है, जब महागठबंधन में को-अर्डिनेशन कमिटी बना ली जाए। इसके अलावा गठबंधन में शामिल सभी दलों का साथ लिया जाए। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि चुनाव के वक्त ताड़ी पर प्रतिबंध का भी खामियाजा हमें भुगतना पडा है।
शराबबंदी से हुई महागठबंधन की हार : कांग्रेस
कुढ़नी विधानसभा सीट पर जनता दल यूनाइटेड और महागठबंधन की हार के बाद कांग्रेसी विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि शराबबंदी की वजह से महागठबंधन ने पहले गोपालगंज की सीट गंवाया और अब कुढनी में भी हार का सामना करना पड़ा। अजीत शर्मा ने कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि शराबबंदी फेल है। इसकी होम डिलीवरी हो रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के बीच में यह संदेश जा चुका है कि पुलिस शराब माफियाओं के साथ मिलकर बिहार में शराब की होम डिलीवरी करवा रही है। इसके अलावा गरीब लोगों को शराब पीने के आरोप में तो पकड़ कर जेल भेज दिया जा रहा है। लेकिन, बड़े पदों पर बैठे हुए बड़े व्यवसायी जो शराब पी रहे हैं। उन्हें नहीं पकड़ा जा रहा। इसकी वजह से बिहार की जनता महागठबंधन सरकार खासकर नीतीश कुमार से बेहद नाराज है। यही वजह है कि गोपालगंज के बाद आज फिर उपचुनाव में महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है।
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