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पटना. बिहार में एक बार फिर से विधानसभा का उपचुनाव होना है. मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव के नतीजे आने के बाद अब कुढ़नी विधानसभा सीट पर चुनाव होने जा रहा हैं. कुढ़नी विधानसभा की खाली सीट पर चुनावी लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है है. इस सीट से विकासशील इंसान पार्टी यानी वीआईपी ने नीलाभ कुमार को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. मंगलवार को वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी ने खुद कैंडिडेट का ऐलान किया. उन्होंने ट्विटर पर नीलाभ को अपनी तरफ से शुभकाना भी दी.
भूमिहार जाति से आने वाले नीलाभ कुमार साधु शरण शाही के पौत्र हैं. साधु शरण शाही भी कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. साधु शरण ने 1069, 1972 और 1977 में इस क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया था. बीबीए व एमबीए तक शिक्षा ग्रहण करने वाले नीलाभ कुमार अपने दादा को आदर्श मानते हैं.
मंगलवार को नीलाभ कुमार के नाम का ऐलान वीआइपी प्रमुख व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने खुद किया. सहनी ट्विटर पर लिखा कि कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए वीआइपी द्वारा नीलाभ कुमार को उम्मीदवार घोषित किया गया. उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुकेश सहनी ने कहा था कि भाजपा के एलान के बाद ही वे कुढ़नी से अपने उम्मीदवार की घोषणा करेंगे.
कुढ़नी विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव में जदयू की तरफ से मनोज कुशवाहा और भाजपा की तरफ से केदार प्रसाद गुप्ता ने अपना नामांकन पहले ही दाखिल कर दिया है. ओवैसी की पार्टी एआईआईबी अपना प्रत्याशी खड़ा कर कुर्मी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. दूसरी तरफ, वीआईपी का प्रत्याशी खड़ा होने से महागठबंधन और भाजपा दोनों के लिए परेशानी बढ़ गई है. कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में भूमिहार जाति के वोटर ज्यादा तादाद में है, जबकि निषाद वोटरों की संख्या भी इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 30,000 के लगभग है. ऐसे में मोकामा और गोपालगंज की तरह कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र का चुनाव कांटे का होगा, इस बात की संभावना राजनीतिक विशेषज्ञ जता रहे हैं.
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प्रथम प्रकाशित : 16 नवंबर, 2022, 07:44 पूर्वाह्न IST
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