Home Bihar उपेंद्र कुशवाहा की इस तस्वीर में तो जो कहानी है, सो है ही…इसे शेयर करते समय भाजपा-जदयू के हैशटैग लगाने को नजरअंदाज कैसे करे कोई

उपेंद्र कुशवाहा की इस तस्वीर में तो जो कहानी है, सो है ही…इसे शेयर करते समय भाजपा-जदयू के हैशटैग लगाने को नजरअंदाज कैसे करे कोई

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उपेंद्र कुशवाहा की इस तस्वीर में तो जो कहानी है, सो है ही…इसे शेयर करते समय भाजपा-जदयू के हैशटैग लगाने को नजरअंदाज कैसे करे कोई

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भाजपा नेताओं ने मुलाकात के बाद इस तस्वीर को प्रचारित भी किया।

भाजपा नेताओं ने मुलाकात के बाद इस तस्वीर को प्रचारित भी किया।
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

जनता दल यूनाईटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा फिर चर्चा में हैं। इस बार का कारण एक तस्वीर है। लेकिन, उस तस्वीर पर जाने से पहले बैकग्राउंड में जाना होगा। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव तक। उस समय बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी के आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार थे। रिजल्ट में परफॉर्मेंस बहुत खराब रहा, जिसके कारण उनमें से कई चेहरे गुम हो गए। ऐसे ही एक चेहरा उपेंद्र कुशवाहा भी थे। रिजल्ट देखकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उस धरे का जदयू में विलय करा दिया, जिसे लेकर वह चल रहे थे। एक बार जब जदयू को केंद्र में कोटा मिलने की उम्मीद थी तो केंद्रीय मंत्री बनने का भी हल्ला उड़ा था। इस बार मिलाकर दो बार नीतीश कुमार सरकार में डिप्टी सीएम का हल्ला भी उड़ा। लेकिन, मंत्री की कुर्सी मिलने की उम्मीद भी नहीं है। इस कारण मन मसोस कर दही-चूड़ा की पहले से घोषित पार्टी के इंतजाम में थे कि दिग्गज नेता शरद यादव का निधन हो गया और पार्टी कैंसिल। इसके बाद कुशवाहा रामचरितमानस विवाद में जदयू के साथ कूदे, मगर कुछ ही मिनट बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का बयान आया और कुशवाहा चर्चा में आते-आते रह गए। लेकिन, अब चर्चा में हैं एक तस्वीर से।

भाजपा को भी बताना था और जदयू को भी जताना

उपेंद्र कुशवाहा की प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, संजय टाइगर और भाजपा नेता योगेंद्र पासवान से मुलाकात हुई है। वह एम्स के प्राइवेट वार्ड में भर्ती कुशवाहा से मिलने गए तो गए, इस मुलाकात को ट्वीट भी किया और भाजपा के साथ जदयू को भी हैशटैग में रखा। मतलब, भाजपा को भी बताना था और जदयू को भी जताना। तस्वीर सोशल मीडिया पर आते ही चर्चा शुरू हो गई। पूछने पर प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा से मिलने से हमें कोई नहीं रोक सकता है। वह हमारे पुराने मित्र हैं। लेकिन, पटेल ने प्रेम की भी एक बात कह सुनाई- “राजनीति में कोई आजीवन दुश्मन नहीं होता है। हम सभी दोस्त हैं।”

जदयू के तीन नेताओं ने कहा- तबीयत भी ट्वीट से पता चला

उन्होंने कहा कि उनका कुशलक्षेम जानने के लिए गए थे। भारतीय जनता पार्टी दु:ख में किसी को नहीं छोड़ता है। काफी सौहार्दपूर्ण वातावरण में उनसे बात हुई। फिलहाल इस बारे में जदयू से बात करने का प्रयास किया गया तो इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। तीन नेताओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत खराब होने की जानकारी भी उन्हें इसी ट्वीट से मिली।

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