Home Bihar ईस्टर के बहाने धर्म परिवर्तन की कोशिश, एक कमरे में 200 लोगों का हो रहा था माइंड वॉश, पुलिस ने दबोचा

ईस्टर के बहाने धर्म परिवर्तन की कोशिश, एक कमरे में 200 लोगों का हो रहा था माइंड वॉश, पुलिस ने दबोचा

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ईस्टर के बहाने धर्म परिवर्तन की कोशिश, एक कमरे में 200 लोगों का हो रहा था माइंड वॉश, पुलिस ने दबोचा

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गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया. यहां हिंदू संगठनों द्वारा ईसाइयों की ओर से प्रार्थना सभा का आयोजन कर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाकर भारी बवाल किया गया. स्थिति बिगड़ता देख पुलिस को मौके पर पहुंचकर हालात संभालनी पड़ी. घटना थावे थाना क्षेत्र के चितु टोला पंचायत में महादलितों की बस्ती है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस बस्ती में दो साल पहले तक सब कुछ ठीक था. सैकड़ों की संख्या में इस गांव में हिंदू थे लेकिन अचानक से इस गांव के लोगों ने ईसाई धर्म को अपनाना शुरू कर दिया है.

ईसाइयों की ओर से महादलित बस्ती में आयोजित प्रार्थना सभा में लोगों ने जाना शुरू कर दिया और अब हालत यह है कि आसपास के गांव के लोगों ने भी धर्म परिवर्तन का खेल शुरू कर दिया है. रविवार को भी चितू टोला में ईसाई मिशनरियों का कार्यक्रम चल रहा था. इसकी सूचना किसी ने फोन करके हिंदू संगठनों को दे दी. सूचना मिलने पर हिंदू संगठन के कुछ लोग मौके पर पहुंच गए और पैसे देकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का विरोध करने लगे जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हुई. सूचना मिलते ही थावे थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और ईसाई मिशनरी के धर्मावलंबी सीवान जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के मचकान निवासी (पादरी) धर्मदास राम उर्फ डीडी मसीहा, सीवान के ही ऋतिक जॉन तथा गोपालगंज के बरारी जगदीश गांव निवासी राजा राम प्रसाद समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया. इसके बाद लोगों को शांत कराया गया.

बताया जाता है कि किराये के एक मकान में सीवान जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले ईसाई धर्म अपनाने वाले धर्मावलंबी धर्मदास राम उर्फ डीडी मसीहा के नेतृत्व में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को बुलाया गया था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अंधविश्वास और पैसे का प्रलोभन देकर 200 से ज्यादा लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन का खेल शुरू किया गया था. जब लोगों को जानकारी हुई तो सभी यहां से अपना अपना सामान और बाइबिल समेत अन्य सामग्री को छोड़कर भाग निकले.

आपके शहर से (गोपालगंज)

स्थानीय बीडीसी अभिमन्यु गुप्ता बताते हैं कि रविवार की दोपहर में जबरन अंधविश्वास फैलाकर लोगों को हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपनाने के लिए कार्यक्रम किया गया था, साथ ही हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के प्रति अंधविश्वास फैलाया जा रहा था. इसलिए पुलिस को सूचना दी गई और कानूनी कार्रवाई के लिए अपील की गई है. जब इसकी जानकारी हुई तो मकान मालिक ने ईसाइयों को मकान खाली करा दिया है. दावा है कि सभी लोग ईसाई धर्म को अपनाकर यहां आते हैं और प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं. पुलिस कस्टडी में पहुंचे ईसाई धर्म अपनाने वाले धर्मदास राम डीडी मसीहा का दावा है कि वो बीमार लोगों को प्रार्थना से ठीक करते हैं.

सिवान के रहने वाले धर्मदास रामपुर डीडी मसीहा को लोगों ईसाई धर्मावलंबी मानते हैं. इस मामले में पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच चल रही है और हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ चल रही है. गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि धर्म परिवर्तन को लेकर किसी ने लिखित शिकायत नहीं की है. एसपी का ये भी कहना है कि धर्मांतरण की बात अब तक सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि ईसा मसीह को मानने वाले लोग ईस्टर का त्योहार मना रहे थे और खाना-पीना एवं प्रसाद लेने के लिए पहुंचे थे.

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