Home Bihar इंटर परीक्षा देने या लेने जा रहे तो इस खबर को पढ़कर ही निकलें, हर जानकारी इसमें मिलेगी

इंटर परीक्षा देने या लेने जा रहे तो इस खबर को पढ़कर ही निकलें, हर जानकारी इसमें मिलेगी

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इंटर परीक्षा देने या लेने जा रहे तो इस खबर को पढ़कर ही निकलें, हर जानकारी इसमें मिलेगी

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बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा एक फरवरी से 11 फरवरी तक चलेगी।

बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा एक फरवरी से 11 फरवरी तक चलेगी।

विस्तार

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar Board) समय पर रिजल्ट जारी करने के लक्ष्य के साथ पहली फरवरी से 11 फरवरी के बीच रोज दो-दो पेपर की इंटरमीडिएट परीक्षा (Inter Exam) ले रहा है। इस बार राज्य के 1,464 परीक्षा केन्द्रों पर 6,36,432 छात्राओं तथा 6,81,795 छात्रों सहित कुल 13,18,227 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस बार पटना जिले में छात्राओं की संख्या ज्यादा है। यहां 41,593 छात्राएं एवं 38,048 छात्रों सहित कुल 79,641 परीक्षार्थियों के लिए 80 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बुधवार को शुरुआत गणित और हिंदी से हो रही है। परीक्षा के पहले दिन पूरे सिस्टम को जान लेना जरूरी है। प्रत्येक परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र पर पहली बार यूनिक आईडी (Unique ID) छपा है, लेकिन ध्यान रखें कि इसे लेकर किसी भ्रम में न रहें। वीक्षकों और परीक्षार्थियों को जानना चाहिए कि यह परीक्षा भवन के लिए नहीं है। इसी तरह, परीक्षार्थियों के साथ वीक्षकों के लिए कुछ बातों की जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है।

परीक्षार्थी के अभिभावकों के लिए जानना जरूरी है

परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर तक धारा 144 प्रभावी रहेगा। इसका मतलब है कि केंद्रों पर विद्यार्थियों के अलावा कोई भी अनधिकृत व्यक्ति प्रवेश करता है तो सख्ती की जाएगी और कानून तोड़ने का आरोपी माना जाएगा। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद भी घूमते रहेंगे, इसलिए परीक्षार्थी के अभिभावकों को केंद्रों से 200 मीटर की दूरी बनाए रखनी होगी। 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर और परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरा होगा। परीक्षार्थी के कदाचार में पकड़े जाने पर बोर्ड आगे की परीक्षाओं के लिए उनपर बंदिश लगा सकता है।

परीक्षा भवन में कितने बजे तक पहुंचना जरूरी

परीक्षार्थी को परीक्षा शुरू होने से कम-से-कम 10 मिनट पहले तक परीक्षा भवन में प्रवेश कर लेना जरूरी होगा। स्पष्ट रूप से ‘परीक्षा भवन’ समझें, परीक्षा केंद्र नहीं। जो इस समय के बाद आएंगे, उन्हें परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं मिलेगा। पहली पाली की परीक्षा सुबह साढ़े 9 बजे शुरू होगी, इसलिए 9:20 बजे के बाद हॉल में प्रवेश नहीं मिलेगा। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर बाद पौने दो बजे शुरू होगी, इसलिए 1:35 बजे तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

परीक्षा केंद्र में कौन-क्या ले जा सकेंगे, क्या नहीं

परीक्षा भवन में इकलौते केंद्राधीक्षक ही हैं, जिन्हें मोबाइल ले जाने की अनुमति है। परीक्षार्थी, वीक्षक, अधिकारी, कर्मचारी…कोई भी मोबाइल लेकर नहीं जा सकते। परीक्षार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक वॉच, स्मार्ट वॉच, मैग्नेटिक वॉच लगाकर परीक्षा भवन में प्रवेश पर प्रतिबंध है। सिर्फ सूई वाली घड़ी ही लगा सकते हैं। कैलकुलेटर, मोबाइल, ब्लूटूथ, ईयरफोन या कोई भी गेजेट्स लाना वर्जित है।

वीक्षकों के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी का काम क्या

हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक प्रतिनियुक्त रहेंगे। इन्हें इस आशय का घोषणापत्र भी देना है कि उनके प्रभार में 25 परीक्षार्थी की जांच उन्होंने की है, कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है। जब उनकी पुष्टि के बावजूद अगर उनके दायरे के 25 परीक्षार्थियों को रोकी गई सामग्री या कदाचार के उपयोग में लाने वाली सामग्री के साथ परीक्षार्थी निष्कासित होते हैं तो जवाबदेही वीक्षक की भी होगी। मतलब, वीक्षकों को पहले ही सुनिश्चित करना है कि उनकी जिम्मेदारी के 25 परीक्षार्थी पाक-साफ हैं। परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र एवं उपस्थिति पत्रक पर सटे फोटो से परीक्षार्थी का मिलान अवश्य कर लिया जाएगा कि वही परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा है। इसे सुनिश्चित करना वीक्षक का दायित्व होगा।

परीक्षा लेने का पैटर्न भी समझ लें केंद्राधीक्षक-वीक्षक

सभी विषयों में A से J तक कुल 10 सेट में प्रश्नपत्र हैं। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर के मुताबिक एक बेंच पर दो परीक्षार्थी बैठेंगे। जिन केंद्रों पर बेंच का संकट है, उन्हें दूसरे स्कूलों से इंतजाम करने का निर्देश पहले ही दिया गया है। इसलिए इस नियम का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराना वीक्षकों और केंद्राधीक्षक की जिम्मेदारी है। हर बेंच पर बैठे दो परीक्षार्थियों को अलग-अलग सेट के प्रश्नपत्र मिले, यह सुनिश्चित करना है।

परीक्षा देने के पहले याद कर लें इसे परीक्षार्थी

पूर्व की तरह इस बार भी फोटो के साथ प्री-प्रिंटेड उत्तरपुस्तिका एवं ओएमआर उत्तर पत्रक रहेगा। इसमें फोटो, नाम, रोल कोड, रोल नंबर, विषय कोड, विषय का नाम, पाली, पंजीयन संख्या और परीक्षा की तारीख छपी रहेगी। इसमें किसी तरह का संशय हो तो परीक्षार्थी को भी तत्काल इसकी सूचना वीक्षक को देनी होगी। इस वर्ष भी सभी विषयों में 100% अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जाएगा। मतलब, सभी विषयों में परीक्षार्थियों को जितने प्रश्नों का हल करना है, उससे दोगुनी संख्या में प्रश्न रहेंगे। जैसे, 100 अंकों वाले विषय में परीक्षार्थी को 50 ऑब्जेक्टिव (प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का) प्रश्नों का जवाब देना है तो उन्हें 100 प्रश्न दिए जाते हैं। इसी तरह, 2 और 5 अंकों के सब्जेक्टिव प्रश्नों में भी विद्यार्थी के पास दोगुने प्रश्न होंगे। आधे का ही जवाब देना होगा।

आज के पेपर के बारे में भी जान लें

बुधवार को पहली पाली में गणित की परीक्षा में 4,40,342 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। दूसरी पाली में कला संकाय से हिंदी का पेपर है, जिसमें 6,57,308 परीक्षार्थी शामिल हैं, जबकि इसी पाली में वोकेशनल कोर्स के हिंदी विषय की भी परीक्षा है।

क्या हो अगर एडमिट कार्ड छूट जाए

परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम होने/घर पर छूट जाने की स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैन्ड फोटो से उसे पहचान कर और रोल शीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की औपबंधिक अनुमति दी जा सकती है। लेकिन, ध्यान रखना चाहिए कि इसकी नौबत नहीं आए। इसमें बर्बाद हुआ समय परीक्षार्थी का ही जाएगा।

क्या करें अगर फोटो में गड़बड़ी है तो

प्रवेश पत्र में किसी परीक्षार्थी के फोटो में यदि त्रुटि हो, अर्थात् किसी दूसरे व्यक्ति का फोटो मुद्रित हो अथवा फोटो मुद्रित नहीं हो तो आगे की लाइन समझते हुए परीक्ष्ज्ञा केंद्र जाएं। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी के प्रयोग हेतु प्रवेश पत्र, डाटायुक्त उत्तरपुस्तिका, ओएमआर उत्तर पत्रक, उपस्थिति पत्रक में फोटो त्रुटिपूर्ण हो तो परीक्षार्थी को परीक्षा में सम्मिलित कराए जाने से पूर्व उसका भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए परीक्षार्थी को निम्नांकित प्रमाण-पत्रों/दस्तावेजों में से किसी एक दस्तावेज की राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित छायाप्रति केन्द्राधीक्षक पास दिखानी होगी- आधार कार्ड/वोटर आई कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/पैन कार्ड/पासपोर्ट/फोटोयुक्त बैंक पासबुक। उम्र को देखते हुए सबसे सहज आधार कार्ड ही होगा, इसलिए उसी पर ध्यान केंद्रित करें।

क्या हो अगर परीक्षार्थी लिखने में असमर्थ हो

स्वयं लिखने में असमर्थ वैसे दिव्यांग परीक्षार्थी को उनके अनुरोध के आधार पर श्रुतिलेखक उपलब्ध कराया जा सकेगा। दिव्यांग परीक्षार्थी अपना श्रुतिलेखक भी ला सकते हैं। साथ ही, ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए निर्धारित समय में 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय क्षतिपूर्ति के रूप में दिए जाने का प्रावधान है।

क्या हो जब कहीं से कोई सहायता नहीं मिले

परीक्षा संचालन के दौरान किसी प्रकार की समस्या होने पर कंट्रोल रूम के फोन 0612-2232257 या 0612-2232227 पर सूचित कर समाधान प्राप्त किया जा सकता है।

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