Home Bihar आपने शायद ही देखी होगी 500 कछुओं की ऐसी दुर्लभ प्रजातियां, इस काम के लिए UP से Bihar लेकर आए थे तस्कर, पुलिस भी हैरान!

आपने शायद ही देखी होगी 500 कछुओं की ऐसी दुर्लभ प्रजातियां, इस काम के लिए UP से Bihar लेकर आए थे तस्कर, पुलिस भी हैरान!

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आपने शायद ही देखी होगी 500 कछुओं की ऐसी दुर्लभ प्रजातियां, इस काम के लिए UP से Bihar लेकर आए थे तस्कर, पुलिस भी हैरान!

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हाइलाइट्स

बैग और बोरा में छिपाकर की जा रही थी कछुए की तस्करी
नगर थाने की पुलिस ने बंजारी मोड़ के पास की कार्रवाई
यूपी के तमकुही से तस्करी कर लाये गये थें सभी कछुए

रिपोर्ट- गोविंद कुमार
गोपालगंज. बिहार की गोपालगंज पुलिस ने दुर्लभ प्रजाति के 500 कछुए (Endangered Turtles, ) के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए तस्करों से पुलिस पूछताछ कर रही है. कछुए को यूपी से लाया जा रहा था, जिसे पटना (Patna), मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) समेत अन्य बड़े शहरों में सप्लाई करनी थी. पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने बताया कि यूपी के तमकुही से कछुए की तस्करी कर ला रहे थें, तभी नगर थाने की पुलिस और एंटी लीकर टास्क फोर्स (एलटीएफ) ने बंजारी मोड़ के पास छापेमारी कर तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तार किये गये कछुआ तस्करों की पहचान नगर थाने के सरेया वार्ड-13 महिंद्रा बैंक के पास निवासी रविरंजन सिंह के पुत्र राहुल रंजन, तकिया बनकट गांव निवासी इजहार आलम के पुत्र लक्की अरमानी, मांझा थाने के दुलदुलिया टोला निवासी मंसूर आलम के पुत्र इरशाद आलम के रूप में की गयी है. इन सभी तस्करों के अपराधिक इतिहास को पुलिस खंगाल रही है.

बैग और प्लास्टिक के बोरे में भरकर कछुए की तस्करी

आपके शहर से (गोपालगंज)

एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि तीन कछुए तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, इनके पास से 500 की संख्या में छोटे-छोटे कछुए बरामद किये गये हैं. बैग और प्लास्टिक के बोरे में भरकर कछुए की तस्करी कर लायी जा रही थी. वहीं, मामले की जांच और आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों को बुलायी है. पुलिस द्वारा वन विभाग को सभी कछुए सौंप दी जाएगी.

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वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट में होगी कार्रवाई

पुलिस की ओर से कछुए को बरामद करने के मामले में वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1979 की अनुसूची एक के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. ये कछुए वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत संरक्षित जीव हैं. इनको पकड़ना या हानि पहुंचाना दंडनीय अपराध है.

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संरक्षित प्रजाति के कछुओं की हो रही तस्करी

वहीं, वन विभाग की माने तो संरक्षित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने के मामले में पुलिस के साथ-साथ वन विभाग द्वारा भी केस दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्रवाई कराई जा रही है. बरामद किए गए कछुए दुर्लभ प्रजाति के सॉफ्टकेटशैल टर्टल या फ्लैप शैल टर्टल कहलाते हैं. आम भाषा में इन्हें पातल भी कहते हैं. शिकारी नदियों, झील, पोखरों तालाबों से पकड़ कर मांस के लिए तस्कर तस्करी करते हैं.

टैग: Apna bihar, लुप्तप्राय कछुए, Gopalganj news

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