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सुशील मोदी छपास के रोगी का नमूना है: शिवानंद तिवारी
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को लालू प्रसाद यादव के करीबी शिवानंद तिवारी का कहना है कि सुशील मोदी बिहार की राजनीति में एक नमूना हैं। सुशील मोदी रोज बोलने और छपने के रोग के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें बोलने के झोंक में यह याद नहीं रहता है कि आज जो बोल रहे हैं, इसी मुद्दे पर इसके पहले क्या कहा था। शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक ही विषय पर दो विपरीत राय का नमूना हैं सुशील कुमार मोदी। आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि सुशील मोदी उनके जेलीहा है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि दो तीन महीना मैं और सुशील मोदी एक साथ बांकीपुर जेल में रहे हैं। लेकिन अब सुशील की हालत देखकर मोह लगता है।
शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी के पहले के बयान का दिया हवाला
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का कहना है कि आनंद मोहन की रिहाई पर आज की तारीख में सुशील कुमार मोदी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार जघन्य अपराध से भी समझौता कर चुके हैं। इसके अलावा महागठबंधन सरकार को सुशील मोदी दलित विरोधी करार दे रहे हैं। शिवानंद तिवारी ने कहा कि जबकि यह वही सुशील कुमार मोदी हैं जिन्होंने 13 फरवरी 2023 को आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सरकार से मांग की थी। शिवानंद तिवारी ने कहा कि सब सुशील मोदी ने यह कहा था कि जब राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई हो सकती है तो आनंद मोहन की रिहाई क्यों नहीं हो सकती। आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि तब सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा था कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णया के हत्या में आनंद मोहन की सीधी भूमिका नहीं थी। तब सुशील मोदी ने कहा था कि आनंद मोहन जब 14 साल से अधिक की सजा काट चुके हैं और बंदी के रूप में उनका आचरण भी अच्छा रहा है। तब उन्हें रियायत देकर रिहा करने के कानूनी विकल्पों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए।
आनंद मोहन की रिहाई को लेकर क्या है सुशील मोदी का ताजा बयान
आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जी कृष्णैया हत्याकांड में जिसे सुप्रीम कोर्ट तक ने दोषी माना था। उसकी रिहाई के लिए नीतीश कुमार ने जेल का कानून ही बदल दिया। सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के बहाने लालू प्रसाद यादव के दबाव में नीतीश कुमार एमवाई (MY) समीकरण के 13 दुर्दांत अपराधियों को भी रिहा कर रही है। सुशील मोदी ने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए लालू राबड़ी परिवार के भ्रष्टाचार और मुस्लिम यादव (MY) समीकरण के अपराध के आगे घुटने टेक कर समझौता कर लिया है। नीतीश सरकार के इस फैसले से उनका दलित विरोधी चेहरा सामने आ चुका है। उन्होंने राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से भी पूछा है कि क्या जी कृष्णैया हत्याकांड के दोष सिद्ध अपराधी को इस तरह से रिहा किये जाने को वह सही ठहराएंगे।
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