[ad_1]
आशुतोष कुमार पांडेय | नवभारतटाइम्स.कॉम | अपडेट किया गया: 8 फरवरी 2023, 11:08 पूर्वाह्न
पटना : चंबल के बीहड़ों में बंदूकों के साये में सियासी सपने पलने की कहानी आपने बहुत सुनी होगी। आज हम आपको बताने जा रहे हैं चंबल के खूंखार डकैत से जुड़ी वो कहानी, जिसमें वो आधी रात को राजधानी पटना पहुंच गया। उसने एक बड़े नेता का दरवाजा खटखटाया। डकैत को सामने देखकर सियासत के सार्थक सारथी भी चौंक गए।
[ad_2]
Source link