Home Bihar अमित शाह के बिहार दौरे से पहले केंद्रीय मंत्री ने दी नीतीश-तेजस्वी को चुनौती, दम है तो 23 में ही चुनाव करा लें

अमित शाह के बिहार दौरे से पहले केंद्रीय मंत्री ने दी नीतीश-तेजस्वी को चुनौती, दम है तो 23 में ही चुनाव करा लें

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अमित शाह के बिहार दौरे से पहले केंद्रीय मंत्री ने दी नीतीश-तेजस्वी को चुनौती, दम है तो 23 में ही चुनाव करा लें

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हाइलाइट्स

अमित शाह 25 फरवरी को बिहार दौरे पर आ रहे हैं
अमित शाह को इस दिन तीन कार्यक्रमों में भाग लेना है
25 फरवरी को ही बिहार में महागठबंधन की भी रैली है

पटना. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को बिहार दौरे पर आ रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी की तरफ से जोर-शोर से तैयारी चल रही है. अमित शाह के बिहार दौरे से पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को सीधी चुनौती दी है. नित्यानंद ने साफ कहा है कि हिम्मत है तो 2023 में ही बिहार विधानसभा का चुनाव करा कर देख लें, जनता किसके साथ है?  उन्होंने कहा कि मैं चाचा-भतीजे दोनों को सीधा चुनौती देता हूं कि समय से पहले चुनाव कराएं. गृह राज्य मंत्री ने आगे कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में  महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा.

नित्यानंद राय ने कहा कि महागठबंधन की सरकार के आने के बाद बिहार में 14 सौ से ज्यादा हत्याएं हो चुकी है. सरकार पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है. अमित शाह के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय में कहा कि 25 फरवरी को अमित शाह बिहार में तीन कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. सबसे पहले पश्चिमी चंपारण के लोरिया में साहू जैन उच्च विद्यालय के प्रांगण में जनसभा में शामिल होंगे. इसके बाद बापू सभागार में स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर किसानों से बात करेंगे, इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह पटना सिटी तख्त हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा जायेंगे.

उन्होंने कहा कि शाह के कार्यक्रम की तैयारी जनता कर रही है. लोगों में बहुत ज्यादा उत्साह है. नित्यानंद राय ने तेजस्वी के 2025 में मुख्यमंत्री बनने ना बनने के सवाल पर कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी की बातों पर किसी को भरोसा नहीं होता है. क्या बोलेंगे क्या करेंगे, यह तय नहीं होता. उन्होंने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव की बातों से लोगों के बीच भ्रम फैल चुका है. इन लोगों की आपसी लड़ाई में बिहार को काफी नुकसान हो रहा है. विधि व्यवस्था खराब हो चुकी है,

आपके शहर से (पटना)

बिहार में फिर से हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण, डकैती जैसी घटना खुलेआम हो रही है. बिहार में अब उद्योगपतियों से रंगदारी मांगने का सिलसिला शुरू हो चुका है. इस हालात में बेरोजगारी कैसे खत्म होगी उद्योग कैसे लगेंगे? 25 फरवरी को महागठबंधन की जो रैली होने वाली है वह तुष्टीकरण की रैली है.

टैग: अमित शाह, बिहार की राजनीति

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