[ad_1]
नीतीश पर पीके का हमला
जेडीयू में कभी दो नंबर की कुर्सी पर विराजमान रहे पीके ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला। पीके ने तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग करते हुए बड़ी बातें कह डाली। पीके ने नीतीश कुमार को पलटी मार राजनीति करने वाला बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने लोगों को तीन बार ठगा है। पीके ने कहा कि सबसे पहले 2015 में छोड़कर भागा। हमने जेडीयू को 2019 में सांसद का 17 सीट दिलवाया। अपनी बात करते हुए उन्होंने कहा पार्टी में ये तय हुआ था कि लोकसभा के बाद हम लोग बीजेपी को छोड़ देंगे।
दूसरी बार नीतीश ने दिया धोखा
पीके ने कहा कि ये आदमी (नीतीश कुमार) जब मोदी जी जीत कर आ गए तो ये हमको समझाने लगा। अभी तो मोदिए का हवा है, अभी रुकिये न अभी थोड़ा दिन रुकिए न इसी में। पीके ने पुरानी बात को सामने लाते हुए कहा कि नीतीश ने दूसरा धोखा दिया। जब हम उनकी पार्टी में दूसरे नंबर पर थे। हम ही ना चला रहे थे। हमको समझा रहा है कि अभी नरेंद्र मोदी का बहुत प्लान है। अभी नहीं छोड़ा जाएगा। बाद में देखा जाएगा। पीके ने ये भी बताया कि कैसे सीएए और एनआरसी के पक्ष में वोट किया गया। पीके ने नीतीश कुमार के धोखे देने की प्रवृत्ति को उजागर करते हुए कहा कि नीतीश ने तीसरा धोखा सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर दिया।
तीसरी बार नीतीश ने दिया धोखा
पीके ने एनआरसी के मुद्दे पर खुलासा करते हुए कहा कि पार्टी में तय हुआ था कि हम लोग सीएए और एनआरसी के विरोध में हैं। नीतीश कुमार की पार्टी और खुद नीतीश कुमार ने मोदी के पक्ष में सीएए और एनआरसी पर वोट किया। आप लोग कह रहे हैं कि नीतीश कुमार पर भरोसा कीजिए। एक आदमी पर कितने बार भरोसा कीजिएगा? एक ही आदमी पर भरोसा करते रहें और ठगाते रहें? सियासी जानकारों की मानें, तो पीके के इस बयान के बाद सियासी बवाल मचना तय है। जानकार मानते हैं कि जेडीयू पीके के इस बयान पर पलटवार जरूर करेगी। पीके इन दिनों बिहार की यात्रा पर हैं और गाहे-बगाहे नीतीश के खिलाफ बयान देते रहते हैं।
[ad_2]
Source link