Home Bihar अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर…जब तेजस्वी निकलते हैं…उसे बिहार का उपमुख्यमंत्री कहते हैं

अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर…जब तेजस्वी निकलते हैं…उसे बिहार का उपमुख्यमंत्री कहते हैं

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अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर…जब तेजस्वी निकलते हैं…उसे बिहार का उपमुख्यमंत्री कहते हैं

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पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों शहंशाह के अमिताभ बच्चन बने हुए हैं। दोनों में फर्क इतना है कि अमिताभ बच्चन शहंशाह में अपराधियों को सबक सिखाते हैं, लेकिन तेजस्वी यादव अंधेरी रातों में कल्याणकारी कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार की आधी रात अचानक राजधानी पटना की सड़कों पर निकल गए और रैन बसेरों में पहुंच कर जायजा लिया। इस दौरान ठंड की रात में सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे सो रहे लोगों से मुलाकात की और उन्हें कम्बल बांटे।

गांधी मैदान पहुंचे तेजस्वी

तेजस्वी के साथ कई अधिकारी और तेजस्वी यादव की पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस बीच, तेजस्वी ने अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए। तेजस्वी अपने आवास से सीधे गांधी मैदान पहुंचे और वहां बनाए गए रैन बसेरा में जाकर लोगों से मुलाकात की फिर गांधी मैदान के चारों तरफ घूम कर लोगों को कंबल वितरित किया। तेजस्वी यादव ने कंकड़बाग, राजेंद्र नगर सहित कई इलाकों में लोगों को कंबल वितरित किया।

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मुफ्त अस्थायी आवास

कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए सरकार ने रैन बसेरों और नि:शुल्क अस्थायी आश्रय स्थलों के इंतजाम किए हैं। उपमुख्यमंत्री इस दौरान सड़क के किनारे, पुल-फ्लाईओवर के नीचे कड़ाके के ठंड में सो रहे गरीबों को कंबल बांटे तथा उनसे मुलाकात कर अंक समस्याओं और अपेक्षाओं को जाना। उपमुख्यमंत्री ने रैन बसेरों का लाभ पाने के लिए प्रक्रिया को एकदम सरल बनाने के अधिकारियों को निर्देश दिए तथा जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।

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अस्थाई स्थल बनाने का निर्देश

तेजस्वी ने फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़े जगह में महिलाओं के लिए अलग नि:शुल्क अस्थाई स्थल बनाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने रिक्शा, ठेलों अथवा अन्य वाहनों की सुरक्षा को लेकर चिंता में इन आश्रय स्थलों का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, उनके लिए अलग से व्यवस्था करने तथा आश्रय स्थलों की लगातार संख्या बढ़ाई जा रही है।

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