बिहार में नीतीश की छवि को बेनकाब कर सबक सिखाना चाहती है बीजेपी

Date:

[ad_1]

पटना: एक जमाने में जॉर्ज फनार्डीस और नीतीश कुमार जैसे नेताओं के साथ मिलकर लालू यादव की सरकार पर जंगलराज का आरोप लगाकर आंदोलन छेड़ने वाली भाजपा ने अब राज्य में अपने पुराने सहयोगी रहे नीतीश कुमार को लेकर अपनी रणनीति पूरी तरह से बदल दी है। जंगलराज को लेकर लालू यादव पर हमलावर रहने वाली भाजपा अब लगातार तीखे शब्दों में बिहार विधान सभा से लेकर बिहार की जनसभाओं तक अपने पुराने सहयोगी नीतीश कुमार पर हमला बोल रही है। भाजपा की नई रणनीति को लेकर यह कहा जा रहा है कि पार्टी ने अब पूरे प्रदेश में नीतीश कुमार की छवि को बेनकाब कर उन्हे सबक सिखाने की योजना बनाई है ताकि उनके समर्थक मतदाताओं में सेंघ लगाकर अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव में लाभ उठाया जा सके।

Advertisement

नीतीश को कुशासन बाबू साबित करना चाहती है बीजेपी

रणनीति के तहत नीतीश कुमार को सुशासन बाबू का खिताब देने वाली भाजपा अब उन्हें कुशासन बाबू साबित करते हुए यह आरोप लगा रही है कि सिर्फ मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्होंने जंगलराज के प्रतीक लालू यादव से हाथ मिलाकर बिहार को धोखा दिया है। यही वजह है कि भाजपा के आला नेताओं से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओं तक सभी लगातार और बार-बार एक तरफ जहां नीतीश कुमार की छवि पर चोट कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के मतदाताओं को राजनीतिक संदेश देते हुए लगातार यह कह रहे हैं कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। नीतीश कुमार के खिलाफ भाजपा की इस नई रणनीति की कमान पार्टी के सबसे कुशल रणनीतिकार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वयं संभालते नजर आ रहे हैं।

Advertisement

यूं ही बार-बार नहीं आ रहे अमित शाह

अमित शाह लगातार बिहार का दौरा कर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बिहार की बदहाली के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हाल ही में अपने बिहार दौरे के दौरान अमित शाह ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था कि उन्होंने अपने जीवन में इतना झूठ बोलकर दल-बदल करने वाला व्यक्ति नहीं देखा। नीतीश कुमार ने भाजपा को दो बार धोखा दिया है लेकिन वे तीसरी बार धोखा नहीं देंगे क्योंकि अब नीतीश कुमार के लिए भाजपा के सारे दरवाजे बंद हैं। अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार के सत्ता मोह में बिहार जंगलराज बन गया है। पहले भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ मिलकर लालू यादव के जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, आज नीतीश कुमार के खिलाफ बिहार से जंगलराज को निकालने के लिए लड़ाई लड़ेंगे और लालू-नीतीश की सरकार को बिहार से उखाड़ फेंकेंगे।

अमित शाह ने सीधे-सीधे नीतीश कुमार पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि नीतीश कुमार को हर तीन साल में प्रधानमंत्री बनने का सपना आता है और प्रधानमंत्री बनने के लोभ में नीतीश कुमार बिहार की जनता के साथ विश्वासघात करते हुए लालू यादव की गोदी में जाकर बैठ गए हैं। सत्ता की लालसा में नीतीश कुमार विकासवादी से अवसरवादी बन गए हैं और प्रधानमंत्री बनने की उनकी आकांक्षा ने बिहार का बंटाधार कर दिया है। नीतीश कुमार पर लालू यादव के साथ गुप्त समझौता करने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू यादव के बेटे को मुख्यमंत्री बनाने का समझौता किया है लेकिन वे तारीख नहीं बता रहे हैं क्योंकि उन्हें लालू यादव को भी धोखा देना है।

बीजेपी का टारगेट नीतीश समर्थक

दरअसल, बिहार को लेकर भाजपा ने अपनी रणनीति बिल्कुल साफ कर दी है। एक तरफ जहां भाजपा नीतीश कुमार के समर्थक मिडिल क्लास को अपने पाले में लाने का प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश-लालू गठबंधन से नाराज नेताओं और मतदाताओं को भी साधने की कोशिश कर रही है। भाजपा इस बार बिहार में छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर एनडीए के जनाधार को बढ़ाने का प्रयास कर रही है ताकि नीतीश लालू गठबंधन को लोक सभा चुनाव में हराया जा सके। लालू यादव से ज्यादा नीतीश कुमार पर हमला करने की भाजपा की रणनीति से यह भी बिल्कुल साफ-साफ नजर आ रहा है कि भाजपा इस बार नीतीश कुमार को सबक सिखाना चाहती है।

Advertisement

(अगर आप राजधानी पटना जिले से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें। )

[ad_2]

Source link

Advertisement

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

STAY CONNECTED

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related