Home Bihar खगड़िया में फिर मिले 2 जिंदा बम: बम निरोधक दस्ते ने किया डिफ्यूज, 2 गिरफ्तार; दो दिन पहले 4 ब्लास्ट में 12 हुए थे घायल

खगड़िया में फिर मिले 2 जिंदा बम: बम निरोधक दस्ते ने किया डिफ्यूज, 2 गिरफ्तार; दो दिन पहले 4 ब्लास्ट में 12 हुए थे घायल

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खगड़िया में फिर मिले 2 जिंदा बम: बम निरोधक दस्ते ने किया डिफ्यूज, 2 गिरफ्तार; दो दिन पहले 4 ब्लास्ट में 12 हुए थे घायल

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खगड़िया21 मिनट पहले

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खगड़िया जिले में बीते गुरुवार बखरी बस स्टैंड स्थित दलित बस्ती में हुए धमाके के बाद शनिवार को 2 और जिंदा बम बरामद हुए। जिसे बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया। वहीं पुलिस ने इस मामले में दलित बस्ती में रहने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिनका नाम चंदन सदा और गोविंद डोम बताया जा रहा।

इस मामले में शुक्रवार देर रात बम निरोधक दस्ता, भागलपुर से आई एफएसएल की टीम, आईबी की टीम के साथ-साथ आतंक निरोधक दस्ते की टीम ने भी जांच की। गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। सभी उसी दलित बस्ती में रहते हैं। जिनमें 2 की गिरफ्तारी शनिवार को कर ली गई। पुलिस सूत्रों की माने तो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए दलित बस्ती में बम को स्टॉक किया गया था। हालांकि पुलिस गिरफ्तार हुए दोनों लोगों से पूछताछ कर रही है।

दलित बस्ती में हुए धमाके के बाद शनिवार को 2 और जिंदा बम बरामद किए गए।

दलित बस्ती में हुए धमाके के बाद शनिवार को 2 और जिंदा बम बरामद किए गए।

कहां से आए एक साथ 2 दर्जन से अधिक बम

इस घटना में सबसे बड़ा सवाल यह है कि दलित बस्ती में एक साथ 2 दर्जन से अधिक जिंदा बम कहां से आए। गुरुवार को हुए ब्लास्ट में घायलों ने जिस स्थान का नाम बताया वो उस दलित बस्ती से महज 200 मीटर की दूरी पर है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या एक साथ इतने बम को कचरा समझ कोई इंसान अपने घर ला सकता है। जानकार बताते हैं कि कोई भी बम एक अति ज्वलनशील पदार्थ से बनता है। जिसे अगर कोई बिना सुरक्षा नियम के एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाता है तो वह ब्लास्ट हो सकता है। ऐसे में दलित बस्ती के घायलों के बयान पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। पुलिस सूत्रों की माने तो इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों से जानकारी इकट्ठा की जा रही है।

कहीं बड़ी साजिश तो नहीं

गौरतलब है कि खगड़िया में बीते गुरुवार को हुए बम ब्लास्ट और आज शनिवार को फिर उसी स्थान पर 2 जिंदा बम का मिलना कोई मामूली घटना नहीं कही जा सकती है। नगर थाना अध्यक्ष रामस्वार्थ पासवान की मानें तो इस मामले में कई एजेंसी जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह कोई साजिश कही जा सकती है। इस बिंदु पर जांच की जा रही है।

बम ब्लास्ट के बाद पुलिस द्वारा उक्त दलित बस्ती को इस बार रडार पर रखा है।

बम ब्लास्ट के बाद पुलिस द्वारा उक्त दलित बस्ती को इस बार रडार पर रखा है।

क्या दलितों की आड़ में हो रहा अवैध कारोबार

स्थानीय लोगों की मानें तो जिस जगह बम ब्लास्ट हुआ उस दलित बस्ती में कई तरह के अवैध धंधों को अंजाम दिया जाता था। सूत्रों की माने तो दलित बस्ती में रहने वालों में कुछ लोगों के तार नक्सली और अन्य अपराधियों से जुड़े हैं। जिनके द्वारा शहर के अंदर हथियार के साथ कई आपत्तिजनक सामग्रियों को उसी दलित बस्ती में छिपाया जाता है। हालांकि बम ब्लास्ट के बाद पुलिस द्वारा उक्त दलित बस्ती को इस बार रडार पर रखा गया है।

सभी एंगल पर की जा रही जांच

मामले में खगड़िया एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि घटना के बाद से इस मामले में जांच जारी है। शनिवार को भी घटना स्थल के पास गड्ढे में 2 जिंदा बम मिले हैं। पुलिस सभी एंगल से जांच में लगी है।

खगड़िया में एक के बाद एक 4 ब्लास्ट, 12 घायल

बता दें कि खगड़िया में गुरुवार की शाम ब्लास्ट में 4 बच्चों सहित 12 लोग घायल हो गए। घटना जिले के नगर थाना अंतर्गत बखरी बस स्टैंड के पास की है। इनमें 2 की हालत काफी गंभीर है। घायलों का इलाज सदर अस्पताल खगड़िया में किया जा रहा है। ब्लास्ट की सूचना पर स्थानीय पुलिस और एसपी मौके पर पहुंचे। पुलिस जांच में जुट गई है।

घायलों की पहचान मंगल सदा के 5 वर्षीय पुत्र साजन कुमार, अशोक सदा का 8 वर्षीय पुत्र राजा कुमार, दिनेश सदा का पुत्र टिक्कू कुमार, मंगल सदा का पुत्र अर्जुन सदा, अशोक सदा, पुलिस सदा का पुत्र सतीश सदा और छोटू सदा की पत्नी बिजली देवी एवं श्रवण कुमार का पुत्र सुदर कुमार के रूप में हुई है।

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