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खगड़िया25 मिनट पहले
शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सरकार ने नया तरीका अपनाया है। बिहार उत्पाद और मधनिषेध विभाग को 16 ड्रोन शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए मिला है। खगड़िया जिले को भी एक ड्रोन दिया गया है। विभाग की ओर से एक ड्रोन कैमरे से दियारा इलाके में निगरानी की जा रही है। बीते दो दिनों में करीब 1500 लीटर शराब की बरामदगी हुई है। इससे शराब माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
ड्रोन के साथ खेतों में उतरे अधिकारी।
शुक्रवार और शनिवार को उत्पाद विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे से 1500 लीटर से ज्यादा देशी शराब को नष्ट किया गया है। दैनिक भास्कर की टीम उत्पाद विभाग की टीम के साथ दियारा इलाके में पहुंची। यहां झाड़ियों और खेतों में छिपाकर रखे शराब को नष्ट किया गया। इस दौरान शराब के कारोबारी भागने में सफल भी हो गए। यह कार्रवाई लगातार एक सप्ताह तक जारी रहेगी।
ड्रोन के जरिए मध निषेध विभाग को मिल रही सफलता।
दियारा की खंगाली जा रही है कुंडली
उत्पाद विभाग की टीम उन इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है जहां आसानी से पहुंचा नहीं जा सकता है। पटना से आई टीम के साथ खगड़िया उत्पाद विभाग उनके साथ कदम से कदम मिलाकर कार्रवाई को अंजाम दे रही है। इस कार्रवाई के बाद जहां शराब माफियाओं में हड़कंप मचा है, वहीं शराब बनाने के स्थल पर आसानी से कार्रवाई को भी अंजाम दिया जा रहा है। उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी के बाद अवैध देशी शराब बनाने वाली भट्ठियों में बढ़ोतरी हुई है। ड्रोन की मदद से दुर्गम इलाकों में भी शराब बनाने की भट्ठियों पर कार्रवाई की जा रही है।
झाड़ियों से शराब की पेटियां निकालकर नष्ट किया जा रहा।
शराब तस्करों की हवा निकालने की तैयारी
उत्पाद विभाग अब अपने आप को आधुनिक उपकरणों से लैस कर रहा है। ड्रोन की मदद से अफसरों को काफी मदद मिल रही है। फरकिया की भौगोलिक स्थिति का फायदा यहां के शराब माफिया उठा रहे हैं। सात नदियों से घिरे इस जिले में बाढ़ के बाद दियारा इलाकों में घास और जंगल अधिक होता है। यहां किसी के लिए शराब तस्करों के अड्डे को पहचानना आसान नहीं है। ड्रोन कैमरे से शऱाब तस्करों की पोल खुली जा रही है।