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बोचहां विधानसभा क्षेत्र पूर्व मंत्री और बिहार की राजनीति के बड़े नेता रमई राम का परंपरागत क्षेत्र रहा है। रमई राम बोचहां से नौ बार विधायक और पांच दफा मंत्री रह चुके हैं। मगर 2015 और 2020 में वो लगातार दो बार चुनाव हार चुके हैं। रमई राम बोचहां से तीन बार राजद, एक बार जेडीयू, दो बार जनता दल और तीन अन्य दलों से विधायक चुने जा चुके हैं।
रमई राम के किले पर बेबी का कब्जा
वर्ष 1990 से 2015 तक बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं। इसलिए बोचहां को रमई का गढ़ कहा जाता है। लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने उन्हें पराजित किया था। विधायक बनने के बाद बेबी कुमारी बीजेपी में शामिल हो गई थीं। 2020 में ये सीट एनडीए के नए साथी मुकेश सहनी की वीआईपी के हिस्से चली गई है। उनकी पार्टी के मुसाफिर पासवान ने जीत दर्ज की। मगर उनका निधन हो गया, अब यहां उपचुनाव की घोषणा की गई है।
2020 में जीते थे VIP के मुसाफिर पासवान
बोचहां में 2020 चुनाव के दौरान कुल 42.62 प्रतिशत वोट पड़े। वीआईपी के मुसाफिर पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल के रमई राम को 11 हजार 268 वोटों के मार्जिन से हराया था। इसके संसदीय क्षेत्र (मुजफ्फरपुर) से भारतीय जनता पार्टी के अजय निषाद सांसद हैं। उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी के राजभूषण चौधरी को 4 लाख 99 हजार 88 वोटों से हराया था।
बोचहां में कितने शहरी, कितने ग्रामीण वोटर
मुजफ्फरपुर जिला और मजुफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बोचहां विधानसभा क्षेत्र में 2011 की जनगणना के मुताबिक कुल जनसंख्या 4,25,473 है। यहां की 96.45% आबादी ग्रामीण जबकि 3.55% शहरी है। यहां कुल 2,54,247 वोटर हैं, जिनमें 53.16% पुरुष जबकि 46.84% महिला मतदाता हैं।
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