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एसएसबी कालापहाड़ के कंपनी कमांडर लोकेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों के पास से हथियार सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है।बरामद सामग्रियों में सात मोबाईल फोन, सिमकार्ड, दस जिन्दा कारतूस, एक देशी कट्टा, एक थरनट एवं एक रायफल शामिल है।
नक्सलियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएसबी के अलावा टंडवा एवं झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना की पुलिस शामिल रही। संयुक्त ऑपरेशन में बिहार-झारखंड के बॉर्डर पर झारखंड के पोलडीह गांव के पास ईंट भट्टा के पास से सबजोनल कमांडर एवं एरिया कमांडर समेत सभी हार्डकोरो को उस वक्त धर दबोचा गया जिस वक्त ये लेवी वसूली करने को लेकर ईंट भट्ठे पर सीधी कार्रवाई करने जा रहे थे। गिरफ्तार नक्सलियों ने कई बड़े खुलासे किए हैं।
इसके आधार पर पुलिस सर्च अभियान चला रही है। पकडे़ गए नक्सली अरविंद राम का झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में काफी आतंक था। वही नक्सली अरविंद राम और संजय राम अरसे से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं और ये जेजेएमपी के सक्रिय सदस्य है। अरविंद राम जेनेएमपी का एरिया कमांडर है।वहीं संजय राम सब जोनल कमांडर है।
दोनों ने दर्जनों आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है। दोनों के खिलाफ पलामू के हुसैनाबाद थाना कांड संख्या-86/21 में वांटेड थे। वही नक्सली अरविन्द राम के खिलाफ नबीनगर थाना में पांच, हुसैनाबाद थाना में तीन, कुटुम्बा में तीन, एनटीपीसी खैरा में एक, माली में दो एवं रोहतास के तिलौथू थाना में एक मामला दर्ज है।
वही संजय राम के खिलाफ हुसैनाबाद थाना में एक मामला दर्ज है। गिरफ्तार नक्सलियों पर ईंट भट्ठो से लेवी मांगने तथा सुरक्षा बलों पर हमला करने का आरोप है। ये सभी औरंगाबाद और पलामू के इलाके में ख़ौफ़ दिखाकर रंगदारी मांगने का काम किया करते थे। इनके द्वारा झारखंड व बिहार के सीमावर्ती इलाके के लोगों में भय बनाकर उनसे मारपीट और लूटपाट को भी अंजाम दिया जाता था, जिससे लोगो में दहशत बना रहता था। गिरफ्तार सभी नक्सलियों को झारखंड के हुसैनाबाद थाना की पुलिस को सौंपा दिया गया है। वहां की पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
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