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न्याय करने वाले भी सुरक्षित नहीं।
– फोटो : सोशल मीडिया
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बिहार में न्यायाधीशों के साथ मारपीट का एक मामला सामने आया है। इस बार जज की कार में टक्कर मारने के आरोपी ने टोके जाने पर मनमानी दिखाई। गालियां दीं, मारपीट की और गला दबाकर मारने का प्रयास भी किया। सासाराम व्यवहार न्यायालय के दो जजों पर जानलेवा हमले का केस पुलिस ने दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दो में एक पेट्रोल पंप का मालिक है। घटना सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेदा गांव के पेट्रोल पंप के पास हुई।
चाबी खींच मारपीट करने लगे दोनों आरोपी
सासाराम में जज राम चंद्र प्रसाद एवं देवेश कुमार की ओर से नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। राम चंद्र प्रसाद, पंचम अवर न्यायाधीश-सह-अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी हैं। जज देवेश कुमार चतुर्थ अवर न्यायाधीश-सह-अपर मुख्य दंडाधिकारी हैं। दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि मंगलवार रात लगभग 7.20 में वह अपने वाहन से पेट्रोल लेने जा रहे थे। बेदा पेट्रोल पंप के पास गाड़ी रोक कुछ सामान लेने लगे। इसी दौरान एक बाइक ने गाड़ी में टक्कर मार दी। उसपर सवार दो लोगों को जब इसपर टोका गया तो उत्तेजित हो गए और गाड़ी की चाबी खींच ली। इसके बाद दोनों गालीगलौज करने लगे। एक मारपीट करने लगा। विरोध करने पर एक ने हाथ पकड़ लिया और दूसरा जानलेवा तरीके से गला दबाने लगा।
दोनों आरोपियों ने गांव के पास ही की मनमानी
जजों ने नगर थाना को सूचना दी तो उस थाने के साथ मुफस्सिल पुलिस भी पहुंची। दोनों हमलावरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में पेट्रोल पंप के मालिक रामाकांत सिंह (55) और शांतनु (38) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों बेदा ग्राम के ही रहने वाले हैं। रोहतास बार संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार ने घटना पर चिंता जताते हुए कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है।
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