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एडमिशन प्रक्रिया कठिन
बता दें कि सिमुलतला आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 से नामांकन होता है। प्रदेश स्तर पर जांच परीक्षा के आधार पर नामांकन होता है। यह परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ( BSEB ) लेती है। छठी कक्षा में 60 छात्रों और 60 छात्राओं का नामांकन किया जाता है। यहां पर इंटर ( 12वीं ) तक सभी विषयों की पढ़ाई होती है।
अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई
अमूमन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई होती है, लेकिन सिमुलतला आवासीय विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से बढ़ाई होती है। विद्यालय में बिहार टेक्सट बुक के अलावा एनसीईआरटी की किताबों का भी सहारा लिया जाता है, ताकि छात्रों का पूर्ण विकास हो। इसके अलावे स्कूल के अंदर समय-समय पर प्रतियोगिता और अन्य गतिविधियों का भी आयोजन किया जाता है।
कहा जाता है ‘टॉपर्स की फैक्ट्री’
सिमुलतला के छात्र बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में सफलता के झंडे गाड़ते रहे हैं। एक दो साल को छोड़ दिया जाए तो यह स्कूल रेकॉर्ड ही बनाता रहा है। साल 2015 की बोर्ड परीक्षा में टॉप 10 में आने वाले 31 में से 30 छात्र यहीं के थे। वहीं, 2016 मे इस स्कूल ने न केवल टॉपर दिया, बल्कि टॉप 10 में यहां के 46 छात्र थे। हालांकि 2022 में यहां के एक भी छात्र टॉप 5 में शामिल नहीं थे। उम्मीद है कि इस बार यहां के छात्र अपनी प्रतिभा का परिचय देंगे।
मानदेय पर काम करते हैं यहां के शिक्षक
सिमुलतला आवासीय विद्यालय में पढ़ाने वाले सभी शिक्षक मानदेय पर काम करते हैं। मतलब इन शिक्षकों को बिहार सरकार के अन्य शिक्षकों की तरब वेतनमान नहीं मिलता है। प्राचार्य से लेकर शिक्षक तक की नियुक्ति मानदेय पर हुई है। इस स्कूल का संचालन सिमुलतला एजुकेश सोसायटी करती है।
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