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Muzaffarpur News: पोस्ट कालाजार शुरू हो गई आंखों की परेशानी, अब ऐसे होगी मरीजों की निगरानी

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Muzaffarpur News: पोस्ट कालाजार शुरू हो गई आंखों की परेशानी, अब ऐसे होगी मरीजों की निगरानी

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रिपोर्ट : अभिषेक रंजन

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर में पोस्ट कालाजार मरीजों की आंखों की रोशनी कम होते चले जाने का मामला सामने आया है. इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई. सिविल सर्जन डॉ. यूसी शर्मा के अनुसार, मुजफ्फरपुर के साहेबगंज, मड़वन और सकरा के चार मरीजों को पोस्ट कालाजार यानी स्किन कालाजार होने पर दवा खिलाई जा रही थी. इसके साइड इफेक्ट से इन मरीजों की आंखें खराब होने लगी हैं. साथ ही मरीजों को कई अन्य परेशानियां भी हो रही हैं. वहीं, दूसरी ओर, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग कंट्रोल यूनिट की निदेशक डॉ. नूपुर राय ने भी मामले की जांच की है. मुजफ्फरपुर में फिलहाल पोस्ट कालाजार के 39 एक्टिव मरीज हैं.

सीएस डॉ. यूसी शर्मा बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन मरीजों को जो दवा खिलाई जा रही थी, उसे मरीज की आंख जांच के बाद ही खिलाने का निर्णय किया गया है. यदि आंख में परेशानी पाई जाएगी, तो सामान्य कालाजार मरीज से अलग दवा और उसका डोज दिया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक 15-15 दिन पर मॉनीटरिंग की जाएगी. आशा कार्यकर्ता ऐसे मरीजों पर नजर रखेंगी. दवा खाने के 15 दिन बाद होनेवाली आंख जांच में खराबी अगर बढ़ी हुई मिलती है, तो सदर अस्पताल लाकर इलाज कराया जाएगा.

एक फीसदी मरीजों में ब्लाइंडनेस

बता दें कि कालाजार के बाद स्किन प्रॉब्लम से निजात के लिए एक दवा दी जाती है. विशेषज्ञों की मानें तो इस दवा के सेवन के कारण एक फीसदी मरीजों में टेंपरेरी ब्लाइंडनेस की परेशानी सामने आती है, जो सही इलाज से ठीक भी हो जाती है. हालांकि कुछ ऐसे मामले भी हुए हैं, जिसमें स्थायी तौर पर आंख की रोशनी चली जाती है. लेकिन इसकी संख्या काफी कम है.

कालाजार के बाद स्किन समस्या

मुजफ्फरपुर के रामबाग रोड स्थित कालाजार रिसर्च सेंटर के प्रशासक अनिल शर्मा ने न्यूज 18 लोकल से बताया कि पोस्ट कलाजार सिम्पटम में स्किन पर दाग आदि की समस्या होती है. जिसे स्किन का कालाजार भी कहते हैं. इसमें चलाई जाने वाली दवा का साइड इफेक्ट हो सकता है. इस वजह से उचित जांच के बाद ही मरीजों को दवा खाना चाहिए. साथ ही दवा खानेवाले मरीजों की समय-समय पर जांच भी जरूरी है.

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