Home Bihar धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला ना पड़ जाए

धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला ना पड़ जाए

0
धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला ना पड़ जाए

[ad_1]

पटना: राजधानी पटना की सड़कों पर रोजाना ठेला चलाकर फल बेचने वाले नरेश परेशान हैं। नरेश का कहना है कि थोड़ी देर ठेला लेकर धूप में निकलता हूं। उसके बाद हांफने लगता हूं। पसीना निकलने लगता है। दोपहर में तीखी धूप हो रही है। ऐसा पूर्व के वर्षों में नहीं हुआ है। नरेश पुलिस कॉलोनी, चितकोहरा, हरनीचक और रोशन लाल कॉलोनी में रोजाना सब्जी बेचते हैं। उनका मानना है कि लगातार हो रही पेड़ों की कटाई से ये हाल हुआ है। नरेश अकेले नहीं हैं, जो ऐसा सोचते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. धर्मवीर उपाध्याय कहते हैं कि रसायनिक चीजों का उपयोग बढ़ा है। शहर कंक्रीट के जंगल होते जा रहे हैं। यही हाल रहा तो वाटर लेवल इस बार डेंजर स्तर पर पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि बक्सर के कई इलाकों में अभी से नल से पानी गायब हो रहा है। पानी डालने के बाद नल चालू होता है। मौसम अपना रूख बदलते जा रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च चल रहा है और अभी तापमना 34 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। आप सोचिये अप्रैल और मई के महीने में क्या होगा। जानकारों का मानना है कि पानी के स्रोत खत्म होते जा रहे हैं। सोन से निकली काव नदी को लोगों ने अतिक्रमित कर खेत बना दिया। बिहार के किसी इलाके में चले जाइए तालाबों पर अतिक्रमण जारी है। जिसकी वजह से मौसम में इस तरह का बदलाव दिखने लगा है।

रविवार को ऐसा रहेगा मौसम !

रविवार, 5 मार्च को पटना में मौसम पूरे दिन साफ रहेगा। दोपहर करीब 2 बजे दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है। सुबह लगभग 6 बजे 41 प्रतिशत की औसत आर्द्रता के साथ दिन शुष्क रहेगा, जो 21 प्रतिशत से लेकर अधिकतम 62 प्रतिशत तक होगा। हवा तेज़ होगी और दोपहर 3 बजे उत्तर-पश्चिम दिशा से 22 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। दिन में आसमान बादलों से साफ रहेगा। दिन भर बारिश की कोई संभावना नहीं है। सूर्योदय सुबह 6:09 बजे और सूर्यास्त शाम 5:52 बजे होगा, जिससे यह कुल 11 घंटे और 43 मिनट का उजाला होगा। वायु गुणवत्ता 108 और 150 के मान के बीच रहने वाली है। फरवरी में कई बार पश्चिमी विक्षोभ बिहार से होकर गुजरा। पहाड़ी इलाकों में सर्द हवाएं चलीं। बर्फबारी भी हुई। अचानक बिहार पर से उसका असर खत्म हो गया। मार्च महीने में पड़ने वाली गुलाबी ठंड गर्मी में तब्दील हो गई। जो लोग मार्च में सुबह और शाम रजाई का प्रयोग करते थे। वे लोग पंखे और एसी चलाने लगे हैं। इस बार बिहार में बिजली की खपत भी पहले से ज्यादा होगी। ग्रामीण इलाकों में अभी तक तो सही बिजली मिल रही थी। अब आने वाले दिनों में गांव में पावर कट जरूर होगा। लोग परेशान होंगे।

अगर आप राजधानी पटना जिले से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें।

गया का न्यूनतम तापमान सबसे कम

बिहार के गया जिले का न्यूतम तापमान सबसे कम रहा। शनिवार को गया का न्यूनतम तापमान को 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य जिलों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो पटना का 18.7 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर का 19.0 डिग्री सेल्सियस, पूर्णिया का 17.7 डिग्री सेल्सियस, पश्चिम चंपारण ( वाल्मीकि नगर) का 18.5 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरपुर का 19.5 डिग्री सेल्सियस । सुपौल में 19.6 डिग्री सेल्सियस, अररिया 18.1 डिग्री सेल्सियस, जमुई में 15.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। आंकड़े बता रहे हैं कि न्यूनतम तापमान लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। धीरे-धीरे इसमें वृद्धि दर्ज की जा रही है। शनिवार को चार जिलों का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा दर्ज किया गया।

Bihar Weather Today: होली में मौसम भी बदलेगा अपना ‘रंग’, प्रचंड गर्मी झेलने के लिए तैयार रहिए, जानिए मौसम अपडेट

अधिकतम तापमान

मौसम विभाग की ओर से शनिवार देर शाम जारी किये गये आंकड़े कुछ इस प्रकार रहे। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से 34 डिग्री के बीच रहा। सुपौल में अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। छपरा में अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अन्य शहरों के अधिकतम तापमान में गया का 33.2, भागलपुर, 34.0 पूर्णिया, 32.2 मुजफ्फरपुर 30.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

Bihar Weather Today: ‘बाहर निकलते ही स्किन में खुजली होती है’…बिहार में होली के मौसम में घुला गर्मी का ‘रंग’, जानिए अपडेट

तापमान में बढ़ोतरी के साथ बरतें सावधानी

राजधानी पटना के चिकित्सकों का मानना है कि गर्मी शुरू होते ही डायट पर खास ध्यान देना होता है। चिकित्सकों और जानकारों के मुताबिक अपनी डाइट में कार्ब्स की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। गर्मी की सीजन में हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा फायदेमंद हैं। क्योंकि इनके अंदर कम कार्ब्स होता है। जबकि हरी सब्जियों में कार्ब्स की मात्रा थोड़ी अधिक होती है। इसके लिए सबसे बेस्ट है लौकी। आज कल बाजारों में लौकी मिल रही है। एक कप लौकी की सब्जी में 8.4 ग्राम कार्ब्स होता है। इसका सेवन जरूर करें। पानी पीने पर ध्यान दें। मधुमेह के मरीज हैं तो आपके लिए ये सबसे बेस्ट है। जानकारों की मानें, तो गर्मी के सीजन में ज्यादा सब्जी दुकानदार उस पर पानी मारकर ताजा रखने का प्रयास करते हैं। इसलिए हमेशा सब्जी चुनकर घर लाएं। सब्जी दुकानदार की ओर से दी जाने वाली सब्जी को हमेशा चेक करें। अगर आप ताजा सब्जियां लेते हैं तो यह आपके लिए ज्यादा लाभदायक होती हैं। अगर आप हरी सब्जियों का सेवन करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी स्थिति में सब्जी को ज्यादा ना पकाएं। इससे ना केवल सब्जी का स्वाद खराब हो जाता है। बल्कि ज्यादा पकाने की वजह से उसके अंदर का पोषक तत्व भी बाहर हो जाता है। गर्मी में सावधानी जरूरी है।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here