[ad_1]
बेगूसराय में मीडिया से मुखातिब होते लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बुधवार को निजी कार्यक्रम के तहत बेगूसराय पहुंचे। वहां उन्होंने अमीरा अस्पताल में अपने पिता के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोजपा के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान चिराग ने मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के हाल ही में दिए गए रामचरितमानस से कचरा साफ करने के विवाद पर कहा कि यह बिल्कुल ही गैर जिम्मेदाराना बयान है। साथ ही उन्होंने बिहार में पारित बजट पर निशाना साधा।
‘धार्मिक ग्रंथों पर चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं’
बेगूसराय में चिराग ने कहा कि धार्मिक ग्रंथों पर चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि यह एक आस्था का विषय है। इस पर चर्चा करना समाज में असंतोष पैदा करना है। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का ध्यान शिक्षा के विकास में होना चाहिए, छात्रों के विकास के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार के प्राथमिक विद्यालयों की हालत जर्जर है। पर शिक्षा मंत्री कभी वहां जाना पसंद नहीं करते हैं। बल्कि रामचरितमानस पर ज्ञान बांटने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री अंग्रेजों की नीति का पालन कर रहे हैं, जिस तरह अंग्रेजों ने डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी को अपनाया था।
‘शहीद के पिता को घसीटना सही नहीं’
चिराग पासवान ने बिहार सरकार द्वारा पेश बजट को खामियों वाला बताया। वहीं, सैनिक परिवार के साथ दुर्व्यवहार को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शहीद के पिता को सार्वजनिक तौर पर घसीटना सही नहीं है। वहीं, उन्होंने रक्सौल की घटना को भी शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि अगर आप सेना का सम्मान नहीं कर सकते तो आप इसका अपमान भी नहीं कर सकते। इनकी बदौलत देश सुरक्षित है।
[ad_2]
Source link