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IAS Success Story: महक जैन दो बार प्रीलिम्स की परीक्षा में फेल हो गई थी। हालांकि, उन्होंने निराश होने के बजाय तीसरे प्रयास के लिए तैयारी की और सिविल सेवा परीक्षा में 17वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस टॉपर बन गई।
आईएएस महक जैन
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा कई युवा देते हैं, जो बार-बार फेल होते हैं। कुछ युवा फेल होने के बाद अपना रास्ता ही बदल लेते हैं, जबकि कुछ युवा सफलता के इंतजार में लगे रहते हैं और बार-बार प्रयास करते रहते हैं। हालांकि, बार-बार फेल होने से कई बार इतना हौंसला टूट जाता है कि खुद को फिर से तैयार करना मुश्किल होता है, लेकिन जिन युवाओं में सफलता की जिद होती है, वे अपने आप को इसके लिए तैयार कर ही लेते हैं। आज हम आपको महक जैन की कहानी बताने जा रहे हैं, जो दो बार सिविल सेवा की प्रीलिम्स परीक्षा में फेल हो गई थीं, हालांकि तीसरे प्रयास में उन्होंने 17वीं रैंक के साथ के साथ आईएएस टॉपर की सूची में अपना नाम दर्ज कराया।
महक जैन का परिचय
महक ने फरीदाबाद स्थित सेंट पीटर स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय(डीयू) के हंसराज कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। वहीं, स्नातक की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से लोक प्रशासन में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की।
2019 में किया पहला प्रयास
महक आईएएस अधिकारी बनना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद एक कोचिंग में दाखिला लिया और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने साल 2019 में पहली बार परीक्षा में प्रयास किया, लेकिन वह प्रीलिम्स की परीक्षा भी पास नहीं कर सकी। हलांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को दूसरे प्रयास के लिए तैयार किया।
दूसरे प्रयास में फिर हुई फेल
महक ने दूसरे प्रयास के लिए अपनी कोचिंग को नोट्स व पाठ्य पुस्तकों का सहारा लिया। साथ ही सीमित संसाधनों के साथ तैयारी की, लेकिन इस बार भी किस्मत को उनकी असफलता मंजूर थी। ऐसे में वह इस बार भी प्रीलिम्स की परीक्षा में सफल नहीं हो सकी। लगातार दो बार प्रीलिम्स की परीक्षा में फेल होने पर उन्हें एक बार यह भी लगा कि वह इस परीक्षा में सफलता प्राप्त नहीं कर सकती हैं। हालांकि, परिवार के समझाने और उनके सहयोग से वह तीसरे प्रयास के लिए तैयार हुईं।
तीसरे प्रयास में प्राप्त की 17वीं रैंक
महक ने अपने तीसरे प्रयास के लिए अपनी कमियों पर काम किया और परीक्षा की तैयारी की। इस बार उन्होंने प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू परीक्षा को पास करते हुए अंतिम सूची में जगह बनाकर सफलता प्राप्त की। उन्होंने न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि 17वीं रैंक प्राप्त कर सिविल सेवा में आईएएस टॉपर की सूची में जगह भी बनाई।
महक की कहानी हमें बताती है कि जीवन में कई बार असफलताएं हमें घेरती हैं, लेकिन हमें उन असफलताओं के बीच में से ही सफलता का रास्ता निकालना होता है, तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। इसी तरह की अन्य सक्सेस स्टोरी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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