[ad_1]
Bihar Politics : पूरे देश में बिहार में राजनीतिक हालात के साथ सरकार के अधीन काम करने वाले वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के व्यवहार की चर्चा हो रही है।अगस्त 2022 से लेकर अब तक बिहार में घटी घटनाओं से सरकार की साख पर भी बट्टा लगने लगा है। पढ़िए ये खबर…
बिहार में ……है, नीतीशे कुमार है- BJP
पहले ‘बिहारी’ शब्द एक गाली के तौर पर देखा जाता था लेकिन अब बिहारियों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। 2005 में सत्तासीन होते ही नीतीश कुमार ने यह बात कही थी। इसलिए 2015 में नारा दिया गया था बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है। वास्तव में 2005 से 2015 के बीच नीतीश कुमार के नेतृत्व में चलने वाली एनडीए सरकार ने बिहार वासियों की छवि बदल कर रख दी थी। बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि लेकिन अगस्त 2022 के बाद से बिहार 2005 के पहले वाली स्थिति में पहुंचने लगा है। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों का राज कायम हो चुका है। गोलियों की बौछार हो रही है। हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, अपहरण जैसी घटनाएं 1990 से 2005 के दौर की याद दिला रही है।
राज्य को पीछे ले जाने वाला हर मुद्दा जागृत है बिहार में- बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि बिहार में अब अपमान करने वाले मुद्दों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘ये सरकार नीतीश के नेतृत्व में चल रही है लेकिन है लालू यादव की सरकार। इस सरकार में मुसलमानों को खुश करने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति के तहत रामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी कर हिंदुओं का अपमान किया जा रहा है। अपराधी पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। यहां तक कि राजधानी पटना के बीचों-बीच स्थित महत्वपूर्ण थाने से अपराधी अपने साथी को छुड़ाकर ले जाते हैं और विरोध करने पर पुलिसवालों की पिटाई की जाती है। लेकिन तुष्टीकरण के आकंठ में डूबी नीतीश सरकार मूकदर्शक बनी रहती है। अपराधी बिहार के पुलिस मुख्यालय के सामने छात्र की हत्या कर देते हैं। पटना के व्यस्ततम इलाके में कार के शोरूम में डकैती डालते हैं। बेखौफ अपराधी राजधानी पटना में एक साथ चार लोगों को गोली मार देते हैं। लेकिन नीतीश की पुलिस सोई रहती है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता भी अपराधियों के मनोबल को बढ़ा रही है। शराबबंदी वाले राज्य में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। जहरीली शराब पीने से हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।’
आईसीयू में है महागठबंधन सरकार- BJP
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि ‘बिहार में अब वरिष्ठ आईएएस आईपीएस अधिकारी अपनी मनमानी करने लगे हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक का बिहारियों को और अपने जूनियर अधिकारियों को गाली देना, फिर होमगार्ड की डीजी शोभा अहोतकर भी उसी रास्ते पर चलते हुए आईपीएस अधिकारी विकास वैभव को बिहारी कहकर गाली देना, यह बताने को काफी है कि नीतीश कुमार का शासन पर अब कोई नियंत्रण नहीं रहा गया है। क्योंकि जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री का सरकार और अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं रहता तभी अधिकारी अपने मनमाने तरीके से राज्य को चलाने की कोशिश करते हैं। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि बिना लालू प्रसाद यादव के निर्देश के बाद नीतीश कुमार में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह कोई निर्णय ले सकें। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि संभवत बिहार सरकार के अधिकारियों के भीतर भी यह बात समा गई है कि अब नीतीश कुमार भले ही कागज पर मुख्यमंत्री बन रहे हों, लेकिन सरकार और मुख्यमंत्री पर नियंत्रण राष्ट्रीय जनता दल का है। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि बिहार की यह राजनीतिक अव्यवस्था और अस्थिरता आने वाले समय में बिहार को काफी पीछे ले जा सकता है।
आसपास के शहरों की खबरें
नवभारत टाइम्स न्यूज ऐप: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
[ad_2]
Source link